छत्तीसगढ़ के कॉलेजों में होगी ऑनलाइन पढ़ाई... सिलेबस में भी हो सकती है कटौती, स्कूलों के पाठयक्रम में 30 से 40 प्रतिशत तक की कटौती की गई... कोरोना के बढ़ते असर कों देख सरकार ने लिया फैसला...

छत्तीसगढ़ के कॉलेजों में होगी ऑनलाइन पढ़ाई... सिलेबस में भी हो सकती है कटौती, स्कूलों के पाठयक्रम में 30 से 40 प्रतिशत तक की कटौती की गई... कोरोना के बढ़ते असर कों देख सरकार ने लिया फैसला...

Avinash

@छत्तीसगढ़

कोरोना संक्रमण को देखते हुए कॉलेजों की क्लास में पढ़ाई अभी नहीं होगी। इसलिए ऑनलाइन पढ़ाई होगी। कई कॉलेजों से इसकी शुरुआत हो चुकी है। कई कॉलेजों में एडमिशन खत्म होने के बाद ऑनलाइन क्लासेस लगनी शुरू हो जाएगी। इसके लिए कॉलेजों ने तैयारी कर ली है। वहीं दूसरी ओर पढ़ाई नहीं होने की वजह से इस बार सिलेबस में कटौती की मांग भी उठने लगी है।
शिक्षाविदों का कहना है कि कोरोना की वजह से स्कूल व कॉलेज दोनों बंद हैं। यहां पढ़ाई नहीं हो रही है। स्कूलों के पाठयक्रम में 30 से 40 प्रतिशत तक की कटौती की गई है। कॉलेजों में भी ऐसा ही होना चाहिए। क्योंकि, पहले के बरसों में दाखिला जून से शुरू हो जाता था। जुलाई से फर्स्ट ईयर की क्लास शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार सितंबर महीना खत्म होने वाला है और कॉलेज की क्लास में पढ़ाई शुरू नहीं हुई है। कोरोना की वजह से अभी अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। कुछ कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हुई है, लेकिन इनके भरोसे पूरा कोर्स खत्म करना छात्रों के लिए मुश्किल होगा। इसलिए सिलेबस में कटौती की जानी चाहिए।
इससे पहले, उच्च शिक्षा से जुड़े कॉलेजों में फर्स्ट ईयर के लिए दाखिले की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। शिक्षाविदों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कॉलेज भी अच्छी तरह से समझ गए हैं कि अभी ऑफलाइन क्लास नहीं होगी। इसे लेकर सरकारी के साथ ही प्राइवेट कॉलेजों भी अपने स्तर पर तैयारी कर रहे हैं। कई कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो चुकी है। कई कॉलेजों में 30 सितंबर के बाद ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी, क्योंकि फर्स्ट ईयर में प्रवेश के लिए 30 सितंबर आखिरी तारीख है। फर्स्ट ईयर में प्रवेश की प्रक्रिया अगस्त से शुरू है। इसलिए यह माना जा रहा है कि अब प्रवेश के लिए छात्रों को समय नहीं दिया जाएगा। इस दौरान सरकारी कॉलेजों में बीएससी, बीकॉम, बीसीए समेत अन्य में लगभग सभी सीटें भर चुकी हैं। बीए की कुछ सरकारी कॉलेजों में सीटें खाली हैं। वहीं दूसरी ओर कई प्राइवेट कॉलेजों में भी साइंस व कॉमर्स में अच्छी संख्या में प्रवेश हुए हैं। वहीं दूसरी ओर कई प्राइवेट संस्थान ऐसे भी हैं जहां अभी भी बड़ी संख्या में सीटें खाली हैं। प्रवेश के अंतिम दौर में यहां भी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर दाखिला होने की संभावना है।

मार्च में परीक्षा तो होगी परेशानी:
शिक्षाविदों का कहना है कि इस बार फर्स्ट ईयर में प्रवेश सितंबर तक हो रहे हैं। ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर व फाइनल ईयर और पीजी की कक्षाओं में अभी प्रवेश शुरू भी नही हुए हैं। संभावना है कि अक्टूबर से इन कक्षाओं में दाखिला होगा। इनके प्रवेश की प्रक्रिया नवंबर तक चलेगी। इसी तरह इन कक्षाओं के लिए कब से कक्षाएं शुरू होगी इसे लेकर भी अनिश्चितता की स्थिति बनी है। वहीं दूसरी ओर पिछले कई बरसों से रविवि की वार्षिक परीक्षाएं मार्च से शुरू होती हैं। साल 2021 में भी मार्च में परीक्षा होगी तो फिर छात्रों को परेशानी होगी। इसलिए भी सिलेबस में कटौती की मांग की जा रही है।



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