सरगुजा में जंगलो के बिच मिला प्राचीन अवशेष... कहानियों में होता था जिक्र, आज हुई सत्यता...

सरगुजा में जंगलो के बिच मिला प्राचीन अवशेष... कहानियों में होता था जिक्र, आज हुई सत्यता...



|ब्यूरो•सूरजपुर|
सरगुजा के सूरजपुर अभ्यारण क्षेत्र के घनघोर जंगल में सूरजपुर वन मंडल के वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से प्राचीन किले का अवशेष खोज निकाला है,ऐ और पुरातात्विक महत्व से जुड़ा यह क्षेत्र अभी तक अनछुआ था,पहाड़ के ऊपर बावली और कुंड भी है। इसे रीवांचल के राजा बालम से जोड़कर देखा जा रहा है! सूरजपुर जिले के वन विभाग की टीम ने यहां वॉच टावर निर्माण कराने जा रहा है! जंगल में आग से बचाव के दौरान फायर वाचर के पहाड़ के ऊपर पहुंचने से इस किले के अवशेष का पता चला है, अनुमान है कि यह किला 11वीं शताब्दी का होगा क्योंकि उत्तरी छत्तीसगढ़ के इलाके में जितने में पुरावशेष हैं सभी इसी कालखंड के हैं!

पहाड़,घने जंगल, नदी, नाले और वन्य प्राणियों के अनुकूल रोहतास जिला तमोर पिंगला अभयारण्य गौरवशाली अतीत को भी समेटे हुए है, तमोर पहाड़ के नीचे रहने वाले कुछ लोग इस तथ्य से वाकिफ थे कि पहाड़ के सबसे ऊंची चोटी पर प्राचीन दीवार के अवशेष जल की, बावली है! दुर्गम पहाड़ होने के कारण लोगों की यहां तक पहुंच नहीं थी, पहाड़ आरंभ होने वाले स्थल के नजदीक बिखरे ईंट, पत्थर को लोगों ने देखा भी था, ग्रामीणों की ओर से सामने आ रही जानकारी की सत्यता जानने के लिए सूरजपुर जिले का वन विभाग भी प्रयासरत था!!!
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