|ब्यूरो•कोरिया|
कोरिया जिले के सोनहत में कलेक्टर का भ्रामक आदेश बता एक निजी बैंक में 15वे वित्त का खाता खुलवा दिया गया,जिसके बाद जिला पंचायत से सभी ग्राम पंचायत के खातों मे 82 लाख 57 हजार 459 रू की राशि भेज दी। इधर, कलेक्टर ने सोनहत दौरे के दौरान सचिवों से 15वे वित्त के खाते के संबंध में पूछा, जिस पर सचिवों द्वारा बैकुंठपुर में खाता खुलवाने की बात बताई गई, जिस पर उन्होनें नाराजगी व्यक्त की। ऐसा तब हुआ है जब सोनहत में दो दो बैंक है और हर ग्राम पंचायत का खाता भी है, ऐसे में आन्नदपुर दसेर के ग्राम पंचायत के लोगों को 100 किमी दूर आकर बैंक से राशि निकालना पडेगा!
जानकारी के अनुसार 15वें वित्त आयोग की मद की राशि का उपयोग करने के लिए सोनहत जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने एक निजी बैंक में सोनहत के सभी ग्राम पंचायतों के खाते खुलवा दिए। उक्त निजी बैंक में खोले गए खातों में 82 लाख रू आ भी गए, इधर, सूत्र बताते है कि कलेक्टर कोरिया हाल में सोनहत दौरे पर पहुंचे तो उन्होनें कुछ सचिवों से 15वें वित्त की राशि के संबंध में जानकारी ली। सचिवों ने बताया कि सभी पंचायतों का खाता बैकुंठपुर में खोला गया है जिसमें उन्होनें कडी आपत्ति जताई और कि कैसे कोई दूरस्थ क्षेत्र का सचिव बैकुंठपुर जाकर राशि निकालेगा। वहीं कई सचिवों की माने तो उन्हें सीईओ ने यह कहते हुए बैकुंठपुर में खाता खुलवाया कि कलेक्टर का निर्देश है। सूत्रों की माने तो सोनहत के खाते बैकुंठपुर में खोले जाने के पीछे खाते में हुए लेन देन की जानकारी सोनहत के लोगो से छिपाने की रणनीति है। इससे होगा यह कि राशि कितनी आई और कहा गई इसके बारे में कोई भी नहीं जान पाएगा और 14वंे वित्त की तरह 15वें वित्त में भी भारी भ्रष्ट्राचार आसानी से हो सकेगा। यदि 14वे वित्त की राशि की गंभीरता से जांच हो तो कई खुलासे हो सकते है। दूसरी ओर निजी बैंक में तमाम बीमा पालिसी में काफी जयादा कमीशन मिलता है, और नए खाते मे एवज में निजी बैक को बडे स्तर पर बीमा मिलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता, यही कारण है कही ना कही अधिकारियों और निजी बैंक के साथ हुए समझौते में कुछ ऐसा है जिसके कारण सोनहत छोड बैंकुंठपुर में खाते खोला गया है, जिसे लेकर कई सवाल खडे हो रहे है!!!