CG "क्या शासकीय स्कूलों का किताब बेचना सही..? बताएं CM साय जी आपके अधिकारी नही लेंगे संज्ञान तो आम जनता किससे रखे कार्यवाही की उम्मीद..? क्या भ्रष्टाचार करने से पहले अधिकारियों को देते हैं सूचना... जांच और कार्यवाही इस लिए समय पर नही होती ... देखें??

CG "क्या शासकीय स्कूलों का किताब बेचना सही..? बताएं CM साय जी आपके अधिकारी नही लेंगे संज्ञान तो आम जनता किससे रखे कार्यवाही की उम्मीद..? क्या भ्रष्टाचार करने से पहले अधिकारियों को देते हैं सूचना... जांच और कार्यवाही इस लिए समय पर नही होती ... देखें??



छत्तीसगढ़ में लाखों का किताब घोटाला! कबाड़ी को बेची स्कूल की किताबें, थाने में सूचना के बाद भी विभागीय कार्यवाही नहीं

छात्रों के लिए स्कूल पहुंची नई किताबों को मास्टर ने कबाड़ में बेचा, लिपिक ने की शिकायत

@रामानुजनगर//सूरजपुर)

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के नई सिलेबस के पुस्तकों को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामानुजनगर के बुक प्रभारी द्वारा चोरी छुपे बाजार में बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है । इसकी लिखित शिकायत दिनांक 1 जुलाई 2024 को वहां पदस्थ लिपिक अनिल कुमार शर्मा द्वारा थाना प्रभारी रामानुजनगर जिला सूचना सूरजपुर को किया गया था।

 इस पर आज तक पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है,जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि किस तरह अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए आने वाले पुस्तकों को कबाड़ियों को बेचकर लोग थोड़े से पैसे के लालच में भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं।

 1 जुलाई 2024 को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामानुजनगर में पदस्थ लिपिक अनिल शर्मा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि विद्यालय में उपलब्ध ओपन विद्यालय के नए सिलेबस के तहत् प्राप्त नई पुस्तकों को स्कूल वाले डगमला रामानुजनगर निवासी कबाड़ी लल्ली खान पिता यासीन खान को बेच दिया गया है। इस संबंध में लल्ली खान से पूछताछ करने पर उसने यह बात स्वीकार किया कि स्कूल वाले मेरे को यह पुस्तक बेचें हैं और मेरे द्वारा संबंधित के खाते में पैसे ट्रांसफर किये गये है। भ्रष्टाचार की प्रमाणिक जानकारी होने पर भी पुलिस विभाग,शिक्षा विभाग,प्रशासन‌ का मौन रहना भी भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद करता है तथा उनका मौन रहना भी कई सवाल खड़ा करता है।




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