विधानसभा क्षेत्र महासमुन्द शहर के वार्ड नंबर 6 के राजकुमार साहू व राजू साहू के
भूमिहीन-शिक्षाहीन परिवार होने के कारण जाति प्रमाण पत्र लंबित है,जन दरबार लगा कर किसान नेता अशवन्त तुषार साहू को समस्या से अवगत कराया,
शासन को जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए नियमों का सरलीकरण कर देना चाहिए । अब प्रमाण पत्र बनाने के लिए लोगों को 1950 के पूर्व का राजस्व दस्तावेज प्रस्तुत करना पड़ेगा। अगर संबंधित व्यक्ति के जाति संबंधित जानकारी न हो तो ग्राम सभा के प्रस्ताव व शपथ पत्र के आधार पर भी जाति प्रमाण पत्र जारी कर देना चाहिए।। इस वजह से जिले में करीब हजारों से अधिक लोगों के आवेदन अभी भी लंबित है। इस तरह की परेशानी होने से स्कूली बच्चे ज्यादा परेशान हो रहें है। क्योंकि इन बच्चों को आगे के पढ़ाई के लिए आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र की जरुरत होती है। लेकिन नहीं बन पाने से जिले के बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
*तहसीलदार व एसडीएम रोक रहें आवेदन*
जिले में सबसे ज्यादा जाति प्रमाण पत्र की समस्या है। यह प्रमाण पत्र दो तरीके से बनाया जाता है। नियम अनुसार तहसीलदार अस्थाई प्रमाण पत्र जारी करते है।
स्थाई जाति प्रमाण पत्र के आवेदन को छोटे-छोटे कारण बता कर रोक देते है, जबकि स्थाई जाति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कई नियम है। लेकिन इन अफसरों द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता है।