CG क्या अधिकारी और राशन डीलर द्वारा भ्रष्टाचार:- गरीबों के राशन पर डाका ” हितग्राहियों को मिल रहा 40 में 20 किलो, शक्कर आधा किलो, बाकी सब कहा गया डीलर ने कहा कि ” हमे आधा ही मिला है आबंटन” ग्रामीणों के काटा बवाल??

CG क्या अधिकारी और राशन डीलर द्वारा भ्रष्टाचार:- गरीबों के राशन पर डाका ” हितग्राहियों को मिल रहा 40 में 20 किलो, शक्कर आधा किलो, बाकी सब कहा गया डीलर ने कहा कि ” हमे आधा ही मिला है आबंटन” ग्रामीणों के काटा बवाल??

@जशपुर//छत्तीसगढ़!! 

जशपुर जिले के मनोरा ब्लॉक से अजीबो गरीब मामला सामने निकलकर आ रही है जहां हितग्राहियों को मिलने वाले राशन में कटौती कर राशन ववितरण किया जा रहा है वहां के ग्रामीण अब परेशान होकर आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर हो गए हैं ।

पूरा मामला जशपुर जिले के मनोरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत खंभली की है वहां के ग्रामीण जब राशन कार्ड पकड़कर राशन लेने पीडीएस केंद्र गए तो वहां के सेल्समेन की बात सुनकर हैरान रह गए । सेल्समेन ने कहा हमारे पास आबंटन आधा आया है इसलिए आप लोगों को राशन भी आधा मिलेगा फिर क्या था कुछ देर खूब हंगामा चला फिर चावल वितरण की बारी आयी तब पता चला कि (विनोद) के राशन कार्ड में 40 किलो राशन मिलना है लेकिन उसे सिर्फ 20 किलो ही राशन दिया गया और ऐसे कई लोगों को जीतने हितग्राही अब तक राशन ले चुके हैं उन्हें उनके निर्धारित आबंटन से कम दिया गया है ।


क्या कहा 

सेल्समेम ने कहा हमारे केंद्र में इस बार राशन आबंटन आधा आया है हमारे पास राशन ही कम है तो हम हितग्राहियों को राशन कहाँ से दें , जिनका 50 किलो मिलना है उन्हें 25 , शक्कर 1 किलो में आधा किलो, चना दो पैकेट में 1 पैकेट , नमक2 में 1 ही दिया जा रहा है हमारे पास आबंटन ही कम आया हुआ है । अब महोदय का कहना भी सत्य है कि राशन ही कम आया है तो महोदय कहाँ से दें ?


अब आपके जहन में भी सवाल उठता होगा कि जनवरी के महीने बीतने को हैं और अब तक अधूरे राशन की पूर्ति नहीं कि गयी , और अगर सभी हितग्राहियों के हिसाब से राशन भेजा गया है तो राशन कहाँ गया ?? आखिर राशन घोटाले का जिम्मेदार कौन है ? क्या सबकी मिली भगत से सब खेल चल रहा है या गरीबों का निवाला छिनने के लिए कोई जिले की गलियों में मंडरा रहा है ?


वहां के ग्रामीणों ने बताया कि हमे इस बार राशन भी काफी विलंब से दिया जा रहा है और वह भी आधा अधूरा अगर इसका जवाब अधिकारी गांव में पहुंचकर नहीं दिए तो हम उग्र आंदोलन की राह पर जाने के लिए बाध्य हो जाएंगे।





@सोर्स - सोसल मीडिया

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