@छत्तीसगढ़
साउथ ईस्टर्न कोल फिल्डस लिमिटेड़ विश्रामपुर के महाप्रबंधक के व्यवहार से कालरी कर्मी परेशान हैं जिसके कारण श्रमिक संगठन हिन्द मजदूर सभा के पदाधिकारियों, सदस्यों में भारी रोष है व महाप्रबंधक के खिलाफ उग्र आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं। हिन्द मजदूर सभा कोल इंड़िया के उपाध्यक्ष हरी यादव ने आज प्रेस विज्ञप्ती जारी कर कहा कि विश्रामपुर महाप्रबंधक की हठ धर्मिता के कारण मजदूर परेशान हैं, मजदूरों के क्वार्टरों की छतों पर रखी पानी टंकियों का पानी ओवर फ्लो होकर गिरता है जिससे पूरे क्वार्टरों में सीपेज आ रही है, डिसेन्ट हाउसींग पूरा रिपेयर होने के बाद भी श्रमिकों के आवासों में सुधार नहीं हुआ है। श्रमिक 8 घंटे खदान में काम करते हैं व अपने घर में सुकुन के साथ आराम भी नहीं कर पाता, न तो पीने का स्वच्छ पानी मिल पाता है और न ही नहाने धोने के लिए पर्याप्त पानी नसीब होता है, श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई की स्थिति भी ठीक नहीं है, हरी यादव ने कहा कि श्रमिक छत मरम्मत, खिडकी दरवाजे मरम्मत का कई बार सिविल विभाग को भी शिकायत किये मगर कोई सुधार नहीं हुआ। उन्होंने चौंकाने वाली बात यह भी कही कि महाप्रबंधक इतना तानाशाह हो गए हैं कि श्रमिकों के द्वारा निकाला गया कोयला रेहर खदान में जो कोयले का स्टोर था उसमें भी कई लाख टन कोयला कम पाया गया, जिसकी जांच उच्चाधिकारियों द्वारा की जा रही है लेकिन परिणाम सामने नहीं आ रहा है। महाप्रबंधक विश्रामपुर क्षेत्र की जिम्मेदारी है कि वे बताऐं कि कोयला कहां गया इसके अलावा अन्य खदानों के भी डिस्पेच में कोयला कम पाया जाता है और उनसे इस बारे में पूछे जाने पर भी किसी प्रकार का न्यायोचित जवाब नहीं दिया जाता जिससे लगता है कि वे भारत सरकार की प्रतिनिधि संस्था एसईसीएल के प्रति जिम्मेदार नहीं है। आमगांव खदानों में रोड़ सेल चल रहा है वहां भी कोयला की हेरा फेरी जमकर चल रही है, विश्रामपुर के गेस्ट हाउस की भी स्थिति अच्छी नहीं है, गेस्ट हाउस में सप्लायर व अन्य ठेकेदारों का जमावड़ा लगा रहता है। इन सब बातों को लेकर हिन्द मजदूर सभा के नेतृत्व में 16 जनवरी को उग्र विरोध प्रदर्शन किया जायेगा जिसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।
@सोर्स - सोसल मीडिया