सरकार जल्द ही सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की 12,489 पदों पर भर्ती (teacher bharti Chhattisgarh) करने जा रही है। इसका नोटिफकेशन जारी कर दिया गया है। इस खबर ने बीएड और डीएड अंतिम वर्ष के हजारों विद्यार्थियों को बेचैन कर दिया है। दरअसल छात्रों की चिंता है कि उनका बीएड, डीएड अगले साल जून में समाप्त होगा, मगर इस बीच सरकार शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया पूरी कर लेगी। जबकि वे इसके लिए अपात्र घोषित कर दिए जाएंगे। इसको लेकर बीएड और डीएड विद्यार्थियों के दलों ने छत्तीसगढ़ के विधायकों से लेकर मंत्रियों का चक्कर लगाकर उनको ज्ञापन सौंप रहे हैं, साथ ही साथ उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल और स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मुलाकात कर अपनी पीड़ा बता चुके हैं।
बीएड डीएड विद्यार्थियों के दल का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया चरणों में संपन्न होगी। परीक्षा होने और रिजल्ट आने के बाद दस्तावेजों का सत्यापन भी कई चरणों में होगा। इसमें कई महीने लगेंगे। बीएड डीएड के अंतिम वर्ष विद्यार्थियों की पढ़ाई 2023 जून में पूरी हो रही है। यदि इस भर्ती में मौका नहीं दिया गया तो दोबारा शिक्षक भर्ती के लिए कई वर्षों तक इंतजार करना होगा। इससे बीएड करने का उद्देश्य सार्थक नहीं होगा। विद्यार्थियों ने रिजल्ट और डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के समय में छूट मांगी है।
आदिवासी क्षेत्र में सर्वाधिक पद खाली
बस्तर और सरगुजा संभाग के स्कूलों में सर्वाधिक पद खाली हैं। ई संवर्ग के कई शिक्षक नियुक्ति के बाद सामान्य क्षेत्र में ट्रांसफर करा लेते हैं। इसे देखते हुए शासन ने निर्णय लिया है कि आदिवासी क्षेत्र के शिक्षकों का ट्रांसफर सामान्य क्षेत्र में नहीं होगा। 12,489 पदों में सहायक शिक्षक के 6285 पद, शिक्षक के 5772 पद और व्याख्याता के 432 पदों पर भर्ती की जाएगी।
अतिथि शिक्षकों को मिलेगा अनुभव का लाभ
इस भर्ती में अतिथि शिक्षकों को उनके अनुभव का लाभ देने का फैसला लिया गया है. शिक्षा विभाग के स्कूल में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को हर साल के लिए दो बोनस अंक और अधिकतम 10 बोनस अंक देने का निर्णय लिया गया है. सीएम बघेल ने इससे पहले 15 अगस्त को प्रदेश में आत्मानंद स्कूल खोलने के साथ 10 हजार शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी
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