@मिर्जापुर//उत्तर प्रदेश
देश के अलग-अलग राज्यों में लुटेरी दुल्हनों का गैंग सक्रिय है। इस गैंग से जुड़ी महिलाएं कुंवारे लड़कों को निशाना बनाती है। कुवारें लड़को से पहले शादी के राजी होती है फिर शादी के बाद नकदी गहने और जेवर लेकर फरार हो जाती है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से सामने आया है। बागपत का एक युवक मिर्जापुर निवासी एक युवती से शादी किया। शादी करने के बाद दुल्हन अपने मौसा के साथ फरार हो गई। छानबीन के बाद भी दुल्हन नहीं मिली तो दूल्हा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार बागपत निवासी अंकुर नामक युवक ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि मिर्जापुर मड़िहान इलाके में रहने वाला कमलेश नामक व्यक्ति का बागपत में आना जाना होता था। इसी बीच उसकी मुलाकात पीड़ित युवक के चाचा नरेंद्र से हुई। कमलेश ने युवक के चाचा से बताया कि उसकी एक भतीजी शादी योग्य है और वह शादी करना चाहता है। नरेंद्र उसे अपने भतीजे अंकुर के बारे में बताए और फिर शादी की बात आगे बढ़ी। रविवार को युवक अपने चाचा और परिजनों के साथ मिर्जापुर पहुंचा। गरीबी का हवाला देते हुए शादी में खर्च के लिए लड़की पक्ष द्वारा रुपए भी लिए गए।
खेत में कराई गई दोनों की शादी
युवक ने बताया कि खुद को लड़की का मौसा कहने वाला व्यक्ति न तो अपने घर ले गया और न ही उस लड़की के घर ले गया। खेत में ही वह लड़की को बुलाया और वहीं पर दुल्हन ने दूल्हे के गले में वरमाला डाली। उसके बाद शादी की आगे की रस्म पूरी की गई। दुल्हन को विदा करने के लिए लड़की पक्ष द्वारा 90 हजार की मांग की गई। दूल्हा के परिजनों द्वारा रुपए दे दिए गए। लड़की पक्ष द्वारा बताया गया कि रेलवे स्टेशन पर वह लड़की और विदाई के सामानों को लेकर पहुंचेंगे। उसके बाद दूल्हा और उसके परिजन रात में रेलवे स्टेशन पर इंतजार करते रहे लेकिन दुल्हन नहीं आई। बाद में दूल्हा ने पुलिस को सूचना दिया और थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज कराया।
@सोर्स - सोसल मीडिया