@छत्तीसगढ़//TS सिंह
मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य के भीतर इंजीनियरिंग और एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में करने का ऐलान कर दिया है। छत्तीसगढ़ में भी हिंदी में पढ़ाई को लेकर के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि, ‘मैं इस फैसले के खिलाफ हूं। छत्तीसगढ़ में एमबीबीएस की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में होता रहा है और आगे भी होता रहेगा’।
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में किया जाएगा, मैं इसके खिलाफ हूं, क्योंकि अभी सिर्फ अंग्रेजी माध्यम से ही इसका पढ़ाई हो रहा है अगर इसके अलावा हिंदी भाषा में पढ़ाई होगा तो आगे चलकर और अन्य भाषाओं में भी पढ़ाई का मामला उठेगा जो ठीक नहीं है।
मध्य प्रदेश में अगले शैक्षणिक सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी माध्यम से होगा। अब तक यह सिर्फ अंग्रेजी माध्यम से ही हो रहा था। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य होगा जो एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में करने की घोषणा किया है। कुछ दिनों बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एमबीबीएस और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में करने का ऐलान किया है।
वर्तमान में छत्तीसगढ़ में केवल दो ही ऐसे शासकीय महाविद्यालय हैं जहां एमबीबीएस की पढ़ाई किया जाता है। पहला अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर (एम्स) और दूसरा बिलासपुर स्थित (सिम्स) है इसके अलावा दो और नए मेडिकल कॉलेज खोलने की अनुमति केंद्र सरकार से मिला है जो राज्य के जिला जांजगीर चांपा और कबीरधाम में खुलेगा।
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