सूरजपुर/जरही:-- ग्राम पंचायत पोड़ी तहसील भैयाथान जिला सूरजपुर में ग्राम पंचायत सचिव की मनमानी चरम पर है जहां ग्राम पंचायत सरपंच कभी-कभार पंचायत भवन में दिख जाते है लेकिन सचिव अपने कार्य स्थल ग्राम पंचायत पोड़ी में कई महीनों से उपस्थित नहीं है। ज्ञात हो कि सरपंच सचिव के इस तरह के ढुलमुल रवैया के कारण ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि अगर यही चलता रहा तो एक दिन पंचायती राज व्यवस्था पूरी तरह ठप हो जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत के सरपंच कभी कभर ग्राम पंचायत भवन में उपस्थित होते हैं लेकिन ग्राम पंचायत सचिव कतवारू राम कभी भी उपस्थित नहीं होते यहां तक तो ग्राम पंचायत सचिव कतवारू राम ग्राम पंचायत में होने वाले ग्राम सभा में भी उपस्थित नहीं होते उनसे न तो फोन के माध्यम से किसी तरह का संपर्क हो पा रहा है ना ही वह पंचायत में शक्ल दिखाने आ रहे हैं। जिसके कारण यहां पंचायत की व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि उनके ना आने से शासन द्वारा मिलने वाला मूलभूत सुविधा प्राप्त नहीं हो रहा है और ना ही नवीन योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो रही है वही किसी प्रकार की कोई काम भी नहीं हो पा रहा है यहाँ तक तो ग्राम पंचायत सचिव की एक हस्ताक्षर के लिए महीनों चक्कर काटना पड़ रहा है। सरपंच ग्राम पंचायत पोड़ी के द्वारा कलेक्टर के द्वारा प्राप्त आदेश का पालन करते हुए 29/06/2022 को ग्राम सभा का आयोजन किया गया था लेकिन ग्राम सभा में ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा कलेक्टर के द्वारा आदेशित ग्राम सभा का धज्जियां उड़ाते हुए अपने मोबाइल को बंद कर दिया और ग्राम सभा में उपस्थित नहीं हुआ वही ग्राम पंचायत सरपंच के द्वारा ग्राम पंचायत को खुला छोड़ कर कुछ समय के बाद चलते बने जहां न तो ग्राम सभा हुआ और न तो ग्राम सभा में ग्राम पंचायत का कोई पंच उपस्थित हुआ क्यों ग्राम पंचायत के पंचो को ग्राम सभा की कोई जानकारी ही नहीं दिया गया था जहां ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव के द्वारा जिला कलेक्टर के आदेश को पलीता लगा दिया गया। सचिव के न होने के कारण गांव में परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत पोड़ी क जिम्मेदार लोगों के साथ साथ सचिव के ऊपर जिला प्रशासन द्वारा कड़ा रुख लेते हुए कड़ी कार्रवाई करना चाहिए उन्होंने बताया की ग्राम पंचायत पोड़ी में न तो किसी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं प्राप्त हो रही है न नवीन योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो रही है और न हीं सचिव उपस्थित हो रहा है जहां ग्राम पंचायत सचिव कतवारू राम का मोबाइल हमेशा बंद ही मिलता है यह कैसा पंचायत है।
हमेशा से हैं पीड़ित:-----
ग्रामीण बताते हैं कि हमेशा से सरपंच सचिव के कारण हम काफी परेशान हैं, परंतु इस बार तो हद हो गई हम अपनी समस्या लेकर आखिर जाए तो कहां जाए ग्रामीण स्तर पर व्यवस्था बनाने सरपंच सचिव होते हैं परंतु अगर यही हम से मुंह मोड़ ले तो उनकी समस्याओं को किसके पास रखें। उनके पंचायत में नहीं बैठने के कारण हमें क्या पीड़ा होती है यह केवल हमें समझ सकते हैं हमारे सारे काम धाम रुक जाते हैं और सरपंच सचिव को तो अपने घरों से ही फुर्सत नही।
ग्राम पंचायत सरपंच ने ग्राम सभा के लिए भवन खुलवाया लेकिन सचिव ने आदेश को दिखाया ठेंगा :---
जनपद पंचायत भैयाथान के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पोड़ी में ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा प्राप्त आदेश का पालन करते हूए ग्राम सभा का आयोजन 29 मई 2022 किया और ग्राम सभा के लिए ग्राम पंचायत भवन खुलवाया गया लेकिन ग्राम पंचायत में हो रहे ग्राम सभा की जानकारी ग्राम पंचायत के अधिकांश ग्रामीणों को नहीं हुई और ना ही ग्राम पंचायत के पंचों को वही ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा तो जिला कलेक्टर के आदेश को मानना जरूरी ही नहीं समझा गया जो मोबाइल बंद कर आराम फरमाते रहे और ना ही ग्राम सभा में उपस्थित होना जरूरी समझा। ज्ञात हो कि जिला कलेक्टर सूरजपुर के द्वारा जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायतों के मुख्यालय एवं उनके आश्रित ग्रामों में कोविड-19 से बचाव के समस्त गाइडलाइन का पालन करते हुए दिनांक 27/06/2022 से आदेश देते हुए ग्राम सभा का आयोजन करने के लिए कहा गया था जहां छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1990 की धारा 129 (ख) (3) के तहत गणपूर्ति के साथ- साथ ग्राम सभा में सदस्यों की शत प्रतिशत उपस्थिति करवाने का दायित्व सरपंच, पंच और सचिव को दिया गया था जहाँ ग्राम पंचायत पोड़ी के सचिव कतवारू राम के द्वारा कलेक्टर के आदेश को ही ठेंगा दिखा दिया गया।
पंचायत कार्यालय से नदारद रहते हैं सचिव:---
ग्रामीणोंं ने बताया सचिव कतवारू राम ग्राम पंचायत पोड़ी में नियमित नहीं पहुंचते हैं उनका मोबाईल हमेशा बंद रहता है अगर कभी कभार मोबाईल चालू होता भी है तो फोन उठाते नहीं है इससे छोटे-छोटे काम के लिए हमें परेशान होना पड़ता है। इसके अलावा गई बैठकें और ग्राम सभा का भी आयोजन नहीं हुआ अगर ग्राम पंचायत सरपंच आवश्यक बैठक और ग्राम सभा आयोजित कराता भी है तो ग्राम पंचायत सचिव कभी उपस्थित ही नहीं होता है साथ ही यदि कोई ग्रामीण ग्राम पंचायत सचिव के घर काम को लेकर जाता भी है तो घर के अन्य सदस्यों के द्वारा सचिव का न होना बता दिया जाता हैं जहाँ ग्रामीणों को सचिव के एक हस्ताक्षर के लिए महीनों का चक्कर काटना पडता है।