CG :- पुलिस का काम है अपराधी को पकड़ना यहां तो,खुल्लेआम घूम रहा अपराधी,बचा रही पुलिस या कर रही मेहरबानी...!!!

CG :- पुलिस का काम है अपराधी को पकड़ना यहां तो,खुल्लेआम घूम रहा अपराधी,बचा रही पुलिस या कर रही मेहरबानी...!!!

PIYUSH SAHU (BALOD)
@बलरामपुर
सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र मामला बलरामपुर जिले का है जहां एक अपराधी खुल्लेआम घूम रहा है और वह पुलिस के हाथों से दूर है आखिर यह कैसे संभव है की एक अपराधी जिसे अबतक जेल में होना चाहिए लेकिन वह खुले आम घूम रहा है और तो और पुलिस उसे गिरफ्तार तक नहीं कर पा रही है। वाड्रफनगर पुलिस को एक लिखित में आवेदन दिया जाता है जिसमे अपराध भी दर्ज किया जाता है और उसमे से कुछ लोगों को पुलिस पकड़कर जेल भी भिजवाती है लेकिन एक मुजरिम फरार हो जाता है और उसे पुलिस पकड़ तक नहीं पति है, अब यह तो सोचने का विषय है की पुलिस उसे पकड़ नही रही है या पकड़ना नही चाह रही है। सादिक नाम का ये अपराधी जिसपर पशु क्रूरता के लिए अपराध तक दर्ज है बाबजूद इसके पुलिस उसे गिरफ्तार तक नहीं कर रही है और क्या उसपर विशेष मेहरबानी की जा रही है जो उसे नही पकड़ा जा रहा है,आखिर जब इस मामले में बाकी लोगों को जेल भेजा जा चुका है तो फिर सादिक पर इतना मेहरबान क्यों है पुलिस।

आखिर सादिक से मेहरबानी और बाकियों से सौतेला व्यवहार क्यों..?

बाकी लोगों को पुलिस ने बड़ी ही तात्पर्य से गिरफ्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया लेकिन पुलिस आजतक सादिक को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के सामने पेश क्यों नहीं किया गया आखिर उसमे किसी को क्या फायदा है जो सादिक नाम का गौ तस्कर जो पशु क्रूरता करते हुए पकड़ा जाता है और अपराध दर्ज करने के बाद भी उसे आज तक गिरफ्तार तक नहीं किया जा सका क्या इसे सादिक के प्रति पुलिस विभाग की उदारता नही कहा जायेगा।

अभी भी अवैध तरीके से चल रहा है सादिक का अवैध तस्करी का खेल ।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सादिक नाम का यह गौ तस्कर अभी भी अवैध तरीके से गौ तस्करी कर रहा है मिली जानकारी के अनुसार सीतापुर के पेट, कसईसिरमा,टोक्कोपारा,चीरा पेट आदि इलाकों से सादिक अपना अवैध धंधा चला रहा है और अपने चहेतों को महीने का 20 से 30 हजार तो किसी चहेते को 5 से 10 हजार गाड़ी देकर अपनी गाडियां बॉर्डर पार करा रहा है और अपने अवैध कारोबार को जारी रक्खे हुए है।

आखिर कब होगी इस तस्कर पर कार्यवाही...?

नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया की इस तस्कर की पहचान ऐसे लोगों तक है जो इसे अपना चहेता मानते हैं जिस कारण यह अब तक सुरक्षित है तथा अब तक इसे कोई रोकने टोकने वाला नही है।

क्या चुनिंदा लोगों के लिए है कानून,पहचान वालों को मिलती रहेगी फ्री हिट..?
यह तो वही बात हो गई की बाप बड़ा ना भईया सबसे बड़ा रुपया आखिर इस तस्कर की गिरफ्तारी कब होगी और इसपर कार्यवाही कब होगी यह सोचने का विषय है या फिर चहेता होने के कारण किसी के कान में जूं तक नहीं रहेंगे यह सोचने का विषय है।
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