@आरंग//अविनाश यादव।।
छत्तीसगढ़ रोजगार सहायक व मनरेगा कर्मचारी संघ का अपनी नियमितीकरण वेतन वृद्धि की दो सूत्री मांग को लेकर जनपद पंचायत आरंग में 4 अप्रैल से अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं। वही भाजपा मंडल आरंग के मण्डलमंत्री अशोक यादव ने रोजगार सहायकों की समर्थन करते हुए कहा कि हर साल मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी बढ़ रही हैं ,लेकिन मनरेगा कर्मियों के मानदेय में पिछले 3साल से कोई बढ़ोतरी नही हो पाई है।भूपेश सरकार सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए 36 घोषणाएं गंगाजल की कसम खाकर किया किन्तु हकीकत आज आपके सामने है मनरेगा कर्मचारियों को नियमित करने सही ग्रेड वेतनमान देने के वादे से भूपेश सरकार मुकर रही हैं जिसके कारण पूरे छत्तीसगढ़ के मनरेगा कर्मचारी अधिकारी को धरना आंदोलन करना पड़ रहा है।
यादव ने आगे कहाँ की चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए सरकार समस्त मनरेगाकर्मियों का नियमितिकरण किया जाय ।मनरेगा कर्मचारियों अधिकारियों के द्वारा कोरोना काल में अपनी जान हथेली में रखकर जो सेवा किये हैं उसे सरकार भूल रही हैं आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था विकास की अहम कड़ी मनरेगा कर्मचारी अधिकारी है छत्तीसगढ़ के प्रत्येक विभाग चाहे वन विभाग,आंगनबाड़ी ,मितानिन,विद्युत,स्वास्थय विभाग के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर ब्लॉक स्तर से राजधानी तक आंदोलनरत है एक तरफ सरकार कहता है हमने 3 साल में 500000 युवाओं को नौकरी दी है डेर लाख सविंदा कर्मचारियों को नियमितीकरण किया है तो दूसरी तरफ सभी विभाग के कर्मचारी नियमितीकरण को लेकर आंदोलनरत है जो सरकार के झूठा चेहरा सामने लाता है।
हड़ताली रोजगार सहायकों ने बताया कि जब तक सरकार हमारी मांग नही मानेगी हम धरने पर बैठे रहेंगे।नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होते तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगाकर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जाए नही तो हम सब ऐसे ही हड़ताल पर रहेंगे।
अशोक यादव ने कहा कि रोजगार सहायकों की हड़ताल की वजह से ग्राम पंचायतों में मनरेगा की काम बंद है व मजदूर खाली बैठे हैं ।अगर यह हड़ताल ज्यादा दिन तक चली तो खेतिहर मजदूरो के सामने रोजी रोटी की संकट खड़ा हो सकता है।