कोरिया - मनरेगा अधिकारी-कर्मचारी एवं रोजगार सहायक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले...क्या होगा छत्तीसगढ़ सरकार का इनपे रुख...क्यू की इनके वजह से कई योजनाएं हो जाएंगे बाधित..

कोरिया - मनरेगा अधिकारी-कर्मचारी एवं रोजगार सहायक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले...क्या होगा छत्तीसगढ़ सरकार का इनपे रुख...क्यू की इनके वजह से कई योजनाएं हो जाएंगे बाधित..

 कोरिया जनपद - 

जनपद पंचायत भरतपुर में मनरेगा कर्मचारियों 

संघ ने अपने मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल आज से शुरुआत किया गया 

जनपद पंचायत भरतपुर में मनरेगा कर्मचारियों संघ ने अपने मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल आज से शुरुआत किया गया

 जिले के 388 से अधिक मनरेगा अधिकारी-कर्मचारी एवं रोजगार सहायक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले


गए हैं। यह हड़ताल पूरे राज्य सहित सभी जिलों में किया जा रहा है, 

            मनरेगा क्रमचारीयो का क्या है मांग

1. चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मचारियों का नियमतिकरण किया जावे। 

2. नियमतिकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मचारियों पर सिविल सेवा आचरण नियम 1966 का पालन करते हुए पंचायत कर्मी नियमावली लागू की जाए।


पंचायत नियमावली लागू करने की मांग को लेकर 4 अप्रैल सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाकर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आंदोलन कर कर रहे हैं।

मनरेगा अधिकारी-कर्मचारीयों के इस हड़ताल से मनरेगा के सभी कार्य प्रभावित होंगे। साथ ही राज्य सरकार कि महत्त्वकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा अऊ बाड़ी अंतर्गत हो रहे मनरेगा कार्य पर भी असर पड़ेगा। दूसरी ओर मनरेगा मजदूरों पर भी हड़ताल का बड़ा असर पड़ेगा। इस पूरे मामले में मनरेगा कर्मचारियों की माने तो उनके द्वारा अचानक इस आंदोलन में चले जाने से मनरेगा से जुड़े सारे काम प्रभावित हो रहे है। वही आंदोलनकारियों की माने तो अब वे लोग तब तक अपने आंदोलन वापस नही लेंगे। जब तक कि उनके मांगो को राज्य सरकार पूरा नहीं करता। आपको बता दे कि इनकी मांगे प्रमुख रूप से संविदा कर्मियों को नियमितीकरण करने को लेकर किये चुनावी वादों को पूरा करने तथा नियमितीकरण होने तक रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कंर्मी नियमावली लागू करने की मांग हैं।

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