CG :- स्वास्थ्य संयोजको के हड़ताल से मंगलवार को शिशु संरक्षण माह का सत्र प्रभावित, लाखो बच्चे विटामिन ए कि खुराक से वंचित... हेल्थ वैलनेस सेंटर ताले में कैद...-

CG :- स्वास्थ्य संयोजको के हड़ताल से मंगलवार को शिशु संरक्षण माह का सत्र प्रभावित, लाखो बच्चे विटामिन ए कि खुराक से वंचित... हेल्थ वैलनेस सेंटर ताले में कैद...-

PIYUSH SAHU (BALOD)
 @छत्तीसगढ़
कोरोना काल में शहीद हुए स्वास्थ्य कर्मियों को धरना स्थल पर श्रद्धांजलि कांग्रेस पार्टी के जनघोषणापत्र में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों (स्वास्थ्य संयोजको) कि गांगो को पूरा कराने प्रदेश भर के हजारों नियमित स्वास्थ्य कर्मियों कि मीड राजधानी मे लगातार बढ़ते जा रही है। वर्तमान में पूरे प्रदेश में राज्य शासन द्वारा महत्वपूर्ण योजना शिशु संरक्षण माह मनाया जा रहा है, जिसके तहत 5 वर्ष तक के बच्चो को विटामिन ए कि खुराक पिलायी जाती है एवं आयरन सिरप वितरित किया जाता है। शिशु सरंक्षण माह में विशेष स्वास्थ्य सेवाओं के तहत गर्भवती गांता कि जांच एवं टीकाकरण के साथ-साथ 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का नियमित टीकाकरण कर उन्हें अनेक जानलेवा बीमारीयों से प्रतिरक्षित किया जाता है। स्वास्थ्य संयोजको के हडताल से शिशु सरंक्षण माह पूरी तरह से प्रभावित हुआ है, ग्रामीण क्षेत्रों में उप स्वास्थ्य केंद्रों में ताला लटका हुआ है एवं हितग्राहियों को बिना स्वास्थ्य सेवा का लाभ लिए वापस जाना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि ग्रामीण क्षेत्रों कि गरीब जनता टीकाकरण के लिए उप स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्भर रहती है क्योंकि निजी चिकित्सालयों में नवजात बच्चों को टीका लगाने में 4-5 हजार रूपये तक खर्च करना पड़ता है, जिसका वहन करना आम जनता के लिए मुश्किल होता है। आज दूसरे दिन धरना स्थल पर हजारो कर्मचारीयों द्वारा कोरोना में शहीद हुए स्वास्थ्य कर्मचारीयों के लिए कैंडल सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
स्वास्थ्य संयोजको कि 6 सुत्रीय मांग निम्नानुसार है:

1. समान शैक्षणिक योग्यता एवं प्रशिक्षण अवधि के आधार पर एवं विभागीय प्रस्ताव अनुरूप ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजको का वेतनमान समतुल्य करते हुए वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 2800 किया जाए।

2. ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों का मनोबल बढाने हेतु पदनाम परिवर्तित कर ग्रामीण स्वास्थ्य संहायक अधिकारी किया जाए।

3. प्रदेश के समस्त उप स्वास्थ्य केंद्र हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कलेक्टर दर पर एक वार्ड आया / सफाई कर्मी कि नियुक्ति किया जाए।

4. ऑनलाईन डाटा एंट्री के कार्य हेतु अलग से प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि 5000 रू निर्धारित किया जाए। अतिरिक्त मानदेय निर्धारित नहीं करने कि स्थिति मे प्रशिक्षित पीएडीए के माध्यम से ऑनलाईन डाटा एंट्री का कार्य लिया जाए। 

5. हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर पदस्थ सीएचओं के इंसेटीव के आधार पर स्वास्थ्य संयोजको के गासिक इंरोटीव में वृद्धि किया जाए। 

6. विगत कोरोना काल गे सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष कोरोना भत्ता प्रदान किया जाए।

आरंग ब्लॉक के सीएचओ से दूरभाष में संपर्क करने पर मिली जानकारी

स्वास्थ्य संयोजक के द्वारा अपनी मांग को पूरा करने के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है जब तक मांग पूरा नहीं होगा हम सरकार तक लड़ाई लड़ेंगे ऐसे वादे लेकर मैदान पर उतरे हुए हैं। इस तरह स्वास्थ्य संयोजक हड़ताल पर जाने से पूरा स्वास्थ्य क्षेत्र में पूरा असर देखने को मिल रहा है इस तरह कुछ दिनों पहले संविदा सीएचओ एवं स्टाफ नर्स की भर्ती लिया गया था। अभी टीकाकरण एवं शिशु संरक्षण सप्ताह भी मनाया जा रहा है। जिसमें इसी वर्ष नर्सिंग पाठ्यक्रम पूरा किए हुए कर्मचारी को टीकाकरण केंद्र में डायरेक्ट सीएचओ का पद दे दिया गया है। हमें यह चीज की जानकारी जानकारी मिली तो हम आरंग ब्लॉक के ऐसे कुछ सी एच ओ को दूरभाष के माध्यम से टीकाकरण के प्रश्न उन अधिकारी एवं कर्मचारी को किए। जैसे राष्ट्रीय टीकाकरण क्या है, टीबी में कौन सा टीका लगाया जाता है और शरीर के किस अंग में लगाया जाता है ऐसे इत्यादि टीकाकरण एवं शिशु संरक्षण से संबंधित प्रश्न रखे जिसका हमें कुछ सी एच ओ से सही लय में जानकारी नहीं मिला उनको टीकाकरण की पूर्ण जानकारी नहीं है कहा जाता है स्वास्थ्य सेवा उन सब में सबसे बड़ी जिम्मेदारी एवं सूज भुज और समझदारी की सेवा मानी जाती है वहीं दूसरी ओर इस सेवा को अन्यत्र लेते हुए किसी भी कर्मचारी को अधिकारी बना दिया गया है।

"वही आरंग ब्लॉक के बीएमओ को दूरभाष के माध्यम से जानकारी अवगत कराने के लिए कॉल किया गया तो उनके द्वारा कॉल का कोई जवाब नहीं दिया गया।"

"इस संदर्भ में  रायपुर जिले के सीएचएमओ को भी दूरभाष के माध्यम से संपर्क किए तो उनको सारी जानकारी का अवगत कराया गया तब सीएचएमओ डॉ. मीरा बघेल ने कही मैं आपकी बातों से सहमत हूं की सीएचओ को टीकाकरण के बारे में संपूर्ण जानकारी नहीं है । हड़ताल के कारण स्वास्थ्य क्षेत्र को देखते हुए उन सबको टीकाकरण एवं शिशु संरक्षण में टीकाकरण अधिकारी बना दिया गया है। अगली बार जब टीकाकरण प्रशिक्षण किया जाएगा तो उन सब को टीकाकरण के बारे में जानकारी अवगत करा दिया जाएगा।"

छत्तीसगढ़ में सभी स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी हड़ताल पर जाने के कारण सभी स्वास्थ्य क्षेत्र जैसे हेल्थ वैलनेस सेंटर जोकि ग्रामीणों का स्वास्थ्य के लिए मूलभूत स्थान माना जाता है। लेकिन आज ऐसे कई जगह हेल्थ वैलनेस सेंटर ताले बंद पाया गया। इस तरह से हेल्थ वैलनेस सेंटर में अनेक प्रकार की इलाज किया जाता है वह इस तरह ताले बंद देखेंगे तो स्वास्थ्य में काफी प्रभाव पड़ेगा।

आइए हेल्थ वैलनेस सेंटर का ताले बंद फोटो देखिए



To Top