@भिलाई
भिलाई छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई जिला- दुर्ग में दो सप्ताह का आफलाईन माध्यम से अशैक्षणिक अधिकारी एवं कर्मचारियों की कार्य निपुणता में प्रवीणता वर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली तथा छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई के सहमति ज्ञापन एवं संयुक्त तत्वाधान द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम का समापन दिनांक 9 मार्च 2022 को किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य गैर शिक्षण कर्मचारियों एवं अधिकारियों में निरन्तर प्रगति हेतु अकादमिक प्रायोगिक प्रशासनिक कार्यों एवं क्षमता का विस्तार करना था । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम.के. वर्मा कुलपति, छ.ग. स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई. पी.एम.सी. चेयरमेन प्रो. एस. पी. एस. मथारू, प्रोफेसर एन.आई.टी. रायपुर, संरक्षक डॉ. के. के. वर्मा, कुलसचिव छ.ग. स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, मिलाई तथा सी. एस. व्ही.टी.यू समन्वयक (एआईसीटीई - एफडीपी) डॉ. आर. एन. खरे, प्राचार्य विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज, अम्बिकापुर तथा कार्यक्रम संयोजक श्री पीयूष राय, सहा. प्राध्यापक तथा सह-संयोजक डॉ. राबिन थामस एवं श्री पंकज सिदार साह प्राध्यापक विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज, अम्बिकापुर थे।
सर्वप्रथम सी. एस. व्ही.टी.यू समन्वयक (एआईसीटीई-एफडीपी) डॉ. आर.एन. खरे, प्राचार्य, विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज, अम्बिकापुर ने अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके पश्चात् सरस्वती जी तथा स्वामी विवेकानंद जी के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलन किया गया। सी. एस. व्ही.टी.यू समन्वयक (एआईसीटीई –एफडीपी) डॉ. आर. एन. खरे, प्राचार्य, विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज, अम्बिकापुर ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई पहला ऐसा विश्वविद्यालय है जहां पर अशैक्षणिक अधिकारी एवं कर्मचारियों की कार्य निपुणता में प्रवीणता वर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया जा रहा है। उन्होंने कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। पी.एम.सी. चेयरमेन प्रो. एस. पी. एस. मथारू, प्रोफेसर एन.आई.टी. रायपुर ने बताया कि यह कार्यक्रम अशैक्षणिक अधिकारी एवं कर्मचारियों में कार्य विविधता लाने के लिए किया जा रहा है कि सभी क्षेत्रों का ज्ञान और कौशल विकास हो सके तथा कार्क्रम में संचालित हुए योग के फायदे और हमेशा करने के लिए प्रेरित किया। इसके पश्चात् प्रतिभागियों से फीडबैक लिया गया। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा की इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते रहने चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम. के. वर्मा माननीय कुलपति, छ.ग. स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, मिलाई ने कार्यक्रम के सफल संचालन तथा कियान्वयन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से जो यहाँ कार्यक्रम में सीखे है उसे अपने संस्था में क्रियान्वित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की यह कार्यक्रम की समाप्ति नहीं प्रारम्भ है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से व्यक्तित्व विकास करने के लिए अपील की। इसके पश्चात् प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किया गया। कार्यक्रम संरक्षक डॉ. के. के. वर्मा, कुलसचिव, छ.ग. स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।