CG :- स्वास्थ्य संयोजको के हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प ,हड़ताल के 5 दिन बाद भी मुख्यमंत्री मौन ?

CG :- स्वास्थ्य संयोजको के हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प ,हड़ताल के 5 दिन बाद भी मुख्यमंत्री मौन ?

PIYUSH SAHU (BALOD)
@छत्तीसगढ़
   
स्वास्थ्य कर्मियों का न्याय कब होगा ?पुनः शिशु संरक्षण माह होगा प्रभावित


कांग्रेस पार्टी के जनघोषणा पत्र में शामिल स्वास्थ्य कर्मी (स्वास्थ्य संयोजको) अपनी मांगों को लेकर किया जा रहा आंदोलन समय के साथ लगातार उग्र होता जा रहा है |हजारों स्वास्थ्य कर्मियों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर 48 घण्टे का अल्टीमेटम शासन को दिया है,अगर स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों पर तत्काल निर्णय नही लिया तो संगठन ने आंदोलन को उग्र करते हुए जल समाधि सत्याग्रह करने का निश्चय कर लिया है ,हजारों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मी 26 मार्च को 3:30 बजे बूढ़ातालाब में जल समाधि सत्याग्रह करते हुए प्रदेश की अंधी बहरी सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे | प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप्प पड़ी है ,अनिश्चित कालीन हड़ताल के आज 5वे दिन भी प्रदेश के मुखिया भुपेश बघेल चुप्पी साधे बैठे हुए है और खैरागढ़ उप चुनाव में व्यस्त है | स्वास्थ्य संयोजको ने कांग्रेस के लोक लुभावन वादों से खैरागढ की जनता को सावधान रहने का हिदायत भी दे दिया है ,क्योकि कांग्रेस पार्टी घोषणा पत्र तो बनाती है लेकिन जैसे ही सत्ता में आती है गजनी की तरह अपने वादों को भूल जाती है ,लेकिन सरकार यह भूल रही है कि जिस दिन ग्रामीण जनता और स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य संयोजक उनको भूल गए तो 15 साल सत्ता से दूर रहने का वनवास झेलना पड़ेगा | प्रदेश के स्वास्थ्य संयोजको के साथ भी यही हो रहा है ,जो उग्र आंदोलन के रूप में सरकार के विरोध स्वरूप सामने आ रही है | भुपेश सरकार ने न्याय योजना की चौथी क़िस्त 31 मार्च को देने का घोषणा किया है पर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने यह सवाल उठाया है कि स्वास्थ्य संयोजक और उनके परिवार वालो के साथ न्याय कब करेंगे ? आज पुनः शिशु संरक्षण माह का सत्र प्रभावित हुआ है और लाखों बच्चो एवं गर्भवती माताओ को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हुई | स्वास्थ्य संयोजको की हड़ताल प्रदेश की जनता के लिए चिंता का विषय बन गया है ,क्योकि गांव की गरीब ग्रामीण जनता स्वास्थ्य केंद्रों में ताला लटके देख वापस जा रहे है और प्रदेश की ग्रामीण जनता का मुख सरकार और कर्मचारियों की ओर है कि हड़ताल कब खत्म होगी और फिर से स्वास्थ्य सुविधाएं कब बहाल होगी ? प्राप्त जानकारी अनुसार स्वास्थ्य संयोजको के हड़ताल से गांव गांव में झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हो गए है और ग्रामीणों से इलाज के नाम पर मोटी वसूली हो रही है | विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रतिनिधि मंडल को अवगत कराने की बात कही गई है | वर्तमान में 12 वर्ष से ऊपर के बच्चो का टीकाकरण कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है ,जो कि स्वास्थ्य संयोजको के हड़ताल के कारण सिर्फ 4 प्रतिशत बच्चो को टीका लग पाया हैं जो कि कोरोना की चौथी लहर के लिए एक चिंताजनक विषय है।
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