CG :- मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए निकले स्वास्थ्य संयोजको का उग्र प्रदर्शन एवं नारेबाजी...हड़ताल के कारण 12 वर्ष से ऊपर कोविड टीकाकरण सिर्फ 4 प्रतिशत...-

CG :- मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए निकले स्वास्थ्य संयोजको का उग्र प्रदर्शन एवं नारेबाजी...हड़ताल के कारण 12 वर्ष से ऊपर कोविड टीकाकरण सिर्फ 4 प्रतिशत...-

PIYUSH SAHU (BALOD)
@छत्तीसगढ़
कांग्रेस पार्टी के जनघोषणा पत्र में शामिल स्वास्थ्य कर्मी(स्वास्थ्य संयोजक)अपनी मांगों को लेकर हड़ताल स्थल में अड़े हुए है |अनिश्चित कालीन हड़ताल के आज चौथे दिन 15000 स्वास्थ्य संयोजक मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए रैली के शक्ल में निकले एवं उग्र प्रदर्शन करते हुए शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया ,स्वास्थ्य संयोजको की पुलिस के साथ झूमाझटकी भी हुई ,आंदोलनकर्मी बैरिकेड पर चढ़कर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया इसी बीच आंदोलनरत स्वास्थ्य कर्मी जिला बेमेतरा के उप स्वास्थ्य केंद्र झाल में पदस्थ मंजुरानी साहू ,संदिपा चक्रवर्ती उप स्वास्थ्य केंद्र बेलर जिला गरियाबंद की स्वास्थ्य संयोजक 40 डिग्री की तपती धूप में चक्कर खाकर बेहोश हो गई जिन्हें आनन फानन में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है | स्वास्थ्य संयोजको के आंदोलन को अनेक कर्मचारी संगठनो ने अपना समर्थन दिया मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष कमल वर्मा , छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ,तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय झा ,अजय तिवारी ,सी एल दुबे , उमेश मुदलियार  संभागीय पदाधिकारी संजय शर्मा रविराज,सुरेंद्र त्रिपाठी स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष टार्जन गुप्ता एवं छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक श्री कमल वर्मा हड़ताल एवम् मुख्यमंत्री घेराव के समर्थन में उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि स्वास्थ्य संयोजको का प्रतिनिधि मंडल कल स्वास्थ्य मंत्री निवास में माननीय टी एस सिंहदेव के साथ मांगो के सम्बंध में विस्तार से चर्चा किया गया किंतु स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा 6 सूत्रीय मांगों के विषय में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रतिनिधि मंडल को अवगत कराने की बात कही गई है | एक ओर हड़ताल लम्बा और उग्र होता दिखाई दे रहा है जिसके कारण आम ग्रामीण जनता को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से प्रभावित हो रही है |उप स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में ताला लटके देख ग्रामीण जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को लगने वाला टीकाकरण एवं साथ ही साथ 0 से 5 वर्ष तक के बच्चो को लगने वाला नियमित टीकाकरण भी प्रभावित होता दिखाई दे रहा है वर्तमान में 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण प्रारंभ किया गया है जो कि स्वास्थ्य संयोजको की अनिश्चित कालीन हड़ताल के कारण सिर्फ 4 प्रतिशत टीका लग पाया है ज्ञात हो कि 28 राष्ट्रीय कार्यक्रम एवं 16 योजनाओं के साथ ग्रामीण क्षेत्र की जनता प्राथमिक उपचार ,प्रसव ,टीकाकरण ,टीबी एवं कुष्ठ के उपचार हेतु दवाइयां ,मलेरिया रक्त जांच एवं कोविड टीकाकरण की सेवाएं प्राप्त करते है साथ ही साथ कल पुनः शुक्रवार को शिशु संरक्षण कार्यक्रम का सत्र लगाया जाना है जिसमे लक्षित लाखो बच्चो को पूरे प्रदेश में विटामिन ए की खुराक, आयरन सिरप वितरण एवं जानलेवा बीमारी से बचाव हेतु टीका लगाया जाना है पर हड़ताल का निराकरण नही होने से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार कब तक बाधित होती रहेंगी यह एक बड़ा सवाल है?
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