@बालोद
छत्तीसगढ़ के बस्तर के रहने वाले वीर शहीद गुंडाधुर जिन्होंने जल जंगल जमीन बचाने के लिए अंग्रेजों से लड़ पड़े थेे।1910 में और यह 10 फरवरी से 23 फरवरी तक मनाया जाता है आज उसका शहादत दिवस मनाया गया करियाटोला में और आसपास के गांव बालक बालिका सम्मिलित थे उनकी याद में सभी बच्चों ने मिलकर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया और कुसुमकासा के चौराहे पर सैकड़ों पेड़ पौधे वृक्ष आने जाने वाले लोगों को प्रदान किया और चावल के टिके और सेवा जोहार से उनका सम्मान किया गया और सभी को वृक्ष प्रदान किया गया उन लोगों को यह संदेश दिया गया कि स्वयं को बदलो पर्यावरण को नहीं, पर्यावरण हमारा जीवन का एक आधार है। 5 गांव से सभी बच्चे संबंधित थे , जम्हि करियटोला, गुजरा , सूअरबोर्ड , धोरवाटोला सभी बच्चे अपनी वेशभूषा में वहां पर सभी लोग का स्वागत कीजिए।नीलिमा श्याम ( सामाजिक कार्यकर्ता बालोद ) और गणेश स्वेत ( करियाटोला सरपंच) के नेतृत्व में किया गया।