@ बलौदा बाजार
कृषि उपज मंडी समिति बलौदाबाजार के पूर्व उपाध्यक्ष एवं भाजपा मंडल संडी अध्यक्ष महेन्द्र कुमार साहू ने प्रदेश में सहकारी समितियों में दो बोरी वर्मी खाद ख़रीदने की शर्त पर किसानों को यूरिया व डीएपी खाद देने की सामने आ रहीं ख़बरों के मद्देनज़र कांग्रेस सरकार के पूरी तरह किसान विरोधी चेहरा पर कड़ी आपत्ति जताई है। प्रदेश सरकार द्वारा दो रुपए में गोबर ख़रीदकर अब उसे 10 रुपए प्रति किलो की दर पर किसानों को ख़रीदने के लिए बाध्य करना प्रदेश के किसानों के साथ धोखा है । उन्होंने कहा कि दो बोरी वर्मी खाद ख़रीदने की अनिवार्यता कर राजीव गांधी न्याय योजना की ढिंढोरा पीटने वाली प्रदेश सरकार किसानों के साथ कौन सा न्याय कर रही है । कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों को वर्मी खाद लेने के लिए बाध्य करना अनुचित है। खेतों में गोबर या गोबर की खाद डालना किसानों का स्वतंत्र अधिकार है । मंडल अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की भी एक योजना चल रही है, जिसमें किसान अपने घर में ही गोबर की खाद बनाकर अपने खेतों में डाल सकता है। उसमें किसानों को दो रुपए का गोबर 10 रुपए में खरीदने की आवश्यकता नही पड़ेगी । मंडल अध्यक्ष महेन्द्र साहू ने कहा कि प्रदेश के अधिकांश गौठानों में या तो गोबर की ख़रीदी सही ढंग से हुई नहीं है या फिर ख़रीदी गयी गोबर बारिश के चलते बह गया है। अब प्रदेश सरकार यह स्पष्ट करे कि जो गोबर खाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों को दे रही है, क्या वह प्रदेश सरकार द्वारा ख़रीदे गए गोबर से बनी हुई है या बाहर से खाद लाकर उसे किसानों से जबरन बेचने का धंधा यह सरकार कर रही है ।