बयान को लेकर उठे विवाद के मसले पर बातचीत के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि मैं अपने कार्य से मुंह नहीं मोड़ा है।
स्वामी रामदेव ने कहा कि ”तमाम विवादों के बावजूद मैं 18 घंटे सेवा कर रहा हूं और बहुत जल्द ही, एक सप्ताह के अंदर ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस का इलाज आयुर्वेद से देने वाला हूं।
काम हो चुका है और प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है। हम अभी भी फंगस की दवाई बना रहे हैं ”। स्वामी रामदेव ने कहा कि आईएमए ना तो कोई साइंटिफिक वैलिडेशन की बॉडी है। ना इनके पास कोई लैब है। ना इनके पास कोई वैज्ञानिक हैं। आईएमए एक एनजीओ है।
अपने बयान को लेकर स्वामी रामदेव ने कहा कि आयुर्वेद का और योग का अनादर हुआ है। आईएमए बल्ब को, पेंट को और साबुन को बार-बार प्रमाणित करने का काम कर रहा है।
जबकि कोरोनिल को अप्रमाणिक कहकर आयुर्वेद का मजाक उड़ाता है। विवाद इस बात से है, मैंने यह कहा है।
‘एक हफ्ते के अंदर आएगा फंगस का आयुर्वेदिक इलाज‘ :
एक कार्यक्रम में स्वामी रामदेव ने कहा, ‘एक सप्ताह के अंदर ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस का आयुर्वेदिक इलाज लेकर आने वाला हूं।
इसको लेकर काम पूरा हो चुका है और प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है। हम अभी फंगस की दवाई बना रहे हैं।’
बाबा रामदेव ने आईएमए से पूछे से 25 सवाल :
बयान वापस लेने के बाद स्वामी रामदेव ने इंडियन मेडिकल असोसिएशन और फार्मा कंपनियों से 25 सवाल पूछे। बाबा रामदेव ने बीपी, टाइप-1, टाइप-2 डायबिटीज, थायराइड जैसी कई बीमारियों को लेकर सवाल पूछा कि क्या उनके पास इनका स्थायी समाधान है।
बाबा रामदेव ने पूछा कि एलोपैथी के पास फैटी लिवर, लीवर सिरोसिस, हेपटाइटिस को क्योर करने के लिए मेडिसिन क्या है?