ऐसे साइबर हमले को दिया जाता है अंजाम :
Chrome यूजर्स को एक पैकेज डिलीवरी का SMS भेजा जाता है, जिस पर क्लिक करते ही मैलवेयर Google Chrome को अपडेट करने के लिए कहता है। Google Chrome को अपडेट करने के लिए दिये गये लिंक पर क्लिक करते ही फोन में एक फर्जी Google Chrome ऐप इंस्टॉल कर दिया जाता है, जो एक तरह का मैलवेयर होता है। इसके बाद यूजर से पैकेज डिलीवरी के लिए 70 या फिर 150 रुपये का पेमेंट करने के लिए कहा जाता है। पेमेंट करते ही आपकी बैकिंग डिटेल चोरी कर ली जाती है। इसके बाद यूजर अपने मोबाइल पर कंट्रोल खो देता है और साइबर अटैकर 2 से 3 घंटों में आपके कॉन्टैक्ट के लोगों को 2000 SMS भेज देता है, जो है आगे साइबर हमलों में इस्तेमाल आता है।
रिसर्चर की मानें, तो फर्जी Google Chrome मैलवेयर से बचने के लिए यूजर्स को ऐप को ऑफिशियल Google Play Store और Apple App store से ही डाउनलोड या फिर अपडेट करना चाहिए। साथ ही मोबाइल यू्जर्स को किसी अनजान व्यक्ति के मैसेज पर बैकिंग डिटेल नहीं साझा ना करें।