संत दर्शन मात्र से ही धूल जाते हैं पाप... सत्संग करने के उपरांत मृत्यु(Death)के समय मिलता है स्वर्ग की प्राप्ति... रामबालक दास

संत दर्शन मात्र से ही धूल जाते हैं पाप... सत्संग करने के उपरांत मृत्यु(Death)के समय मिलता है स्वर्ग की प्राप्ति... रामबालक दास

PIYUSH SAHU (BALOD)

प्रतिदिन ऑनलाइन सत्संग का आयोजन संत  राम बालक दास  के द्वारा उनके विभिन्न वाट्सएप ग्रुपों में एक साथ सुबह 10:00 बजे से संचालित किया जाता है 1 घंटे तक चलने वाले इस अद्भुत सत्संग में सभी भक्तगण जुड़कर अपनी विभिन्न धर्म विषयक जीवन के हर क्षेत्र से जुड़ी हुई जिज्ञासाओं को उनके समक्ष रखते हैं और उनका समाधान प्राप्त करके अपने को धन्य करते हैं, राम बालक दास के द्वारा संचालित किए जाने वाले कार्यक्रम उनके यूट्यूब चैनल में बाबा जी की पाती में मंगसा वाले गुरुजी  निगम के द्वारा किए गए प्रश्न सुमिरन के विषय में अभी सभी को ज्ञान से अभिभूत कराया जा रहा है इससे जुड़कर आप भी इस ज्ञान की प्राप्ति कर सकते हैं यूट्यूब चैनल का नाम है
Rambalakdas
    आज के ऑनलाइन सत्संग में बरमा राम पटेल ने रामचरितमानस के सुंदरकांड के चौपाई "तात स्वर्ग अपवर्ग सुख धरिय तुला एक अंग तुल ना ताहि सकल मिलि जो सुख लव सत्संग " के भाव पर प्रकाश डालने की विनती बाबा जी से की बाबा  ने बताया कि रामचरितमानस की इन चौपाइयों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हनुमान जी जैसे संत के दर्शन मात्र से ही लंकिनी जैसी राक्षसी भी सत्संग के महत्व को बताते हनुमान जैसे परम संत को यह संदेश देती है कि केवल संत के दर्शन मात्र से ही पाप धुल जाते हैं और हम उन से मुक्ति पा लेते हैं तो सत्संग का प्रभाव इतना अधिक है कि जीवन में जो भी सुख हम प्राप्त करते हैं और उसके बाद जब हम मृत्यु को प्राप्त करके स्वर्ग जैसे सुख का अनुभव करते हैं वह दोनों ही सुख सत्संग के क्षण मात्र से ही प्राप्त हो जाता है
    इस प्रकार भजनों एवं रामचरितमानस की सुंदर चौपाइयों से समाहित आज का ऑनलाइन सत्संग पूर्ण हुआ।
To Top