@ बलौदा बाजार// CNB LIVE NEWS CHHATTISGARH
ग्राम पंचायत ओड़ान में बाजार चौक, स्कूल एवं हॉस्पिटल के सामने में बिक रही अवैध शराब समाज में कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह्न लगा रही है,खुले आम हो रही अवैध शराब की बिक्री से जहाँ गाँवों का माहौल खराब हो रहा है, वहीं युवा पीढ़ी भी नशे की लत की आदी होती जा रही है। जिससे दर्जनों ऐसे परिवार है,जो उजड़ने की कगार पर हैं।किन्तु बाबजूद भी अवैध शराब की बिक्री पर लगाम न लगने से आबकारी और पुलिस विभाग की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में खड़ी होती दिखाई दे रही है।
पलारी क्षेत्र के ग्राम पंचायत ओड़ान जहाँ अवैध शराब का काला कारोबार बे-रोकटोक जारी है।अवैध रूप से गाँव में संचालित हो रही अवैध शराब की दुकानों ने गाँवों का माहौल दूषित कर दिया है। साथ ही आसानी से शराब उपलब्ध हो जाने से भोले-भाले ग्रामीण व युवा वर्ग शराब की लत में जकड़ता जा रहा है। जिससे आये दिन विवाद की स्थिति भी खड़ी हो रही है।छत्तीसगढ़ में अवैध शराब की बिक्री को लगाम लगाने के लिए सरकार ने एक सख्त कदम उठाया है। इस कदम के अनुसार प्रदेश में शराब बेचने वाली ठेकेदारी व्यवस्था को खत्म किया गया और सरकार खुद आबकारी विभाग के जरिए शराब बेच रही है। यह कदम गांवों में उल्टी दिशा में चल रही है। हालात ऐसे हो गए है कि पहले के अपेक्षा अब गांवों में अवैध शराब अधिक बिक रही है।ग्राम ओड़ान में खुलेआम हो रही है शराबखोरी सुबह से ही शुरू हो जाते है,थाना क्षेत्र के पुलिस की कार्रवाई न होना भी इस अवैध शराब बेचने वालों के हौसले बुंलद कर रहा है। ग्रामीण इन अवैध कारोबारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
गाँव में किसी भी समय आसानी से अवैध शराब मिल जाती है, फर्क सिर्फ इतना रहता है कि सरकारी दुकान में पव्वा 70 रूपए और इस जगह 120 रूपए पव्वा बिकता है। चिंताजनक बात यह है कि बेरोजगार युवा इन अवैध धंधो की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। सवाल यह भी है कि समय रहते यदि ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो गांव का माहौल दिन ब दिन बिगड़ता जाएगा। आलम यह है कि गांव वालों को दूध की तलाश में भले ही भटकना पड़ता हो। लेकिन मदिरा प्रेमियों को गांव में बिना मशक्कत किये ही शराब उपलब्ध हो जाती है। ऐसे में गांव का महौल प्रदुषित होना स्वभाविक है।ग्रामीण अंचल में गांव-गावं अवैध शराब की बिक्री हो रही है। इसे बेचने वाले गांव तक पहुचाने के लिए दुकान खुलने के बाद दो से तीन मोटर साइकिलों में झुंड बनाकर अधिक मात्रा में शराब ले जाते हैं। दोपहर तक 30 से 40 पौवों का जुगाड़ कर लेते हैं। और चौक-चौराहों में ग्रहकों का तलाश करते हैं सूत्रों की माने तो गाँव में आधा दर्जन से ज्यादा शराब बेचने वाले कोचिए पनप गए हैं। आपकों बता दे कि सरकार भी शराब बेचकर पैसे कमाने में मशगुल है।
ग्राम पंचायत ओड़ान के सरपंच सहित युवाओं और समस्त ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से गाँव में बिक रही अवैध शराब पर पाबंदी लगाने की माँग उठाई है।