@वाड्रफनगर//कमल चन्द साहू।।
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गोविंद सिंह की तबीयत ड्यूटी के दौरान खराब हो गई जांच कराई गई तो उनका रिपोर्ट कोरोना संक्रमित पाया गया गोविंद सिंह पूर्व से शुगर के पेशेंट थे और लगातार कोरोना योद्धा के रूप में तटस्थ होकर पूरी मुस्तैदी के साथ 24 घंटे ड्यूटी कर रहे थे अचानक तेज बुखार बढ़ने से उन्हें तत्काल रायपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां पर वे वेंल्टीनेटर सपोर्ट में थे लगातार उपचार जारी था 12 दिनों के संघर्ष के बाद अंततः डॉक्टर गोविंद सिंह ने इस युद्ध में जिंदगी की जंग हार कर शहीद हो गए जैसे ही इसकी सूचना हॉस्पिटल स्टाफ एवं आम लोगों को लगा पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई वही सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देने वालों की ताता लग गई इधर बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गोविंद सिंह लगातार कोरोनावायरस से युद्ध लड़ रहे थे और ऐसे में इस युद्ध में उन्होंने अपने आप को शहीद कर दिया क्षेत्र के लिए अपूर्णीय क्षति हुई है।
इससे पूर्व कोरोनावायरस ने कई लोगों को अपने काल के गाल में समा लिया है। इस इस मृत्यु से क्षेत्रवासियों में दहशत का माहौल फैल गया है लोग आश्चर्य से यह बोल रहे हैं कि जब एक खंड चिकित्सा अधिकारी को कोरोना जैसी महामारी ने अपने काल के गाल में समा लिया तो हम लोग कौन सी विधि अपनाएं की इस वैश्विक महामारी से बच पाएंगे इस बात को लेकर बहुत ही चर्चा का विषय बन गया है सभी लोग संशय भरी जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं।