@रायपुर// सीएनबी लाइव न्यूज़।।
स्वास्थ्य सयोंजक कर्मचारी संघ छ ग के प्रदेश अध्यक्ष टारजन गुप्ता ने वित्त विभाग के आदेश क्रमांक 33 के प्रति घोर आपत्ति दर्ज की है, जिसमें संक्रमण महामारी के नाम पर प्रदेश के सभी कर्मचारियों से 1 दिन का वेतन दिए जाने का आदेश है किंतु सॉफ्टवेयर में उसे इस प्रकार से समायोजित किया गया है की अप्रैल माह के 1 दिन का वेतन कटौती के बिना वेतन देयक पारित नहीं किया जा सकेगा। जिस कारण यह कटौती स्वेक्षिक न होकर जबरिया हो जाएगी। अर्थात कर्मचारी चाहे या ना चाहे उसके वेतन से कटौती कर ली जाएगी। यह तकनीकी समायोजन अनुचित, आपत्तिजनक, निंदनीय एवं माननीय मुख्यमंत्री के सद्भावना के विपरीत है।
स्वास्थ्य सयोंजक कर्मचारी संघ छ ग के प्रदेश सचिव प्रवीण डिडवांसी एवम प्रदेश उपाध्यक्ष मिर्जा कासिम एवम हरीश जायसवाल ने समस्त आहरण संवितरण अधिकारियों से अपील करता है कि वे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से विकल्प पत्र भरवाने के बाद ही उक्त कटौती सुनिश्चित करें। कर्मचारियों से भी अपेक्षा की है जहां पूर्व सूचना एवं विकल्प पत्र के कटौती की जाती है इसकी सूचना एवं विरोध तत्काल करें। संघ के प्रदेश महिला अध्यक्ष सरोज बाघमार एवम महिला प्रकोस्ट के रिजीवी ने यह आरोप लगाया है की पिछले लगभग 2 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को मुख्यमंत्री के कथन अनुसार न ही विशेष कोरोना भत्ता मिला और न ही स्वास्थ्य मंत्री के कथन अनुसार स्वास्थ्य सयोजको स्वास्थ्य कर्मी को वेतन वृद्धि ,ओर न ही कांग्रेस सरकार के घोषणा पत्र अनुसार स्वास्थ्य कर्मी अर्थात स्वास्थ्य सयोजको की वेतन विसंगति दूर हुई।स्वास्थ्य कर्मचारी लगातार 1 वर्स से अधिक समय से कोई अवकाश नही मिला और न ही जोखिम भत्ता और न ही स्वास्थ्य कर्मचारी की इलाज के लिए विशेष सुविधा।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष टारजन गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री एवम स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य सयोजको के प्रति अपनी सवेदनशीलता जाहिर करें एवम तत्काल स्वास्थ्य सयोजको की वेतन विसगति दूर कर 2800 ग्रेडपे देवे एवम कोरोना काल मे पूरे प्रदेश को कोरोना मुक्त करने में महत्व्पूर्ण भूमिका निभा रहे स्वास्थ्य सयोजको को कोरोना योद्धा के रूप में ग्रेड पे प्रदान कर सम्मानित करे।
उपरोक्त परिस्तिति में स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ छ ग भूपेश सरकार से निवेदन करता है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का वेतन न काटा जावे।