कार्यक्रम के अंतिम व पाँचवे दिन के प्रथम सत्र में डॉ. डी. किसन, एसोसियेट प्रोफेसर एमएएनआईटी भोपाल द्वारा ग्राउण्ड पेनेट्रेशन राडार केस स्टडी पर निम्न व्याख्यान प्रस्तुत किये -
• इनट्रोडक्शन टू जी. पी. आर. एनटीना फ्रीक्वैन्शी, मटेरियल प्रापर्टी, करेक्टेरिशटिक्स आफ वेव इलेक्ट्रोमेग्नेटिक स्पेक्ट्रम के बारे में बताया।
• जियोलॉजिकल एण्ड जियोफिजिकल एप्लीकेशन, डाईइलेक्ट्रिल मटेरियल, ईलेक्ट्रिकल प्रापटीज ऑफ मटेरियल के बारे में बताया।
इसके पश्चात डॉ.के.एन. झा, प्रोफेसर, आईआईटी दिल्ली ने रोल आफ प्रापर जियोटेक्किल इनवेस्टीगेशन इन कन्सट्रक्शन मैनेजमेंट विषय पर निम्न व्याख्यान प्रस्तुत किए:
• प्रोजेक्ट इम्पलीटेमेंशन फेज, मल्टीस्टोरी बिल्डींग कन्सट्रक्शन, चेंज इन फाउनडेशन टाईप, डेटिरियोरेशन आफ रोड कडिशन, हार्ड राक, रावतभाटा एम्सकेवेशन के बारे में बताया ।
• दिल्ली मेट्रो प्रोजेक्ट, चिराग दिल्ली स्टेशन में चल रहे फाउनडेशन कार्य व इनवेशटिगेशन के बारे में बताया।
इसके पश्चात बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न प्रतिभागियों को गुगल फार्म के माध्यम से दिये गये। परीक्षा में जिनका परिणाम 60 प्रतिशत से अधिक आयेगा उन्हें प्रमाण पत्र तथा जिनका 80 प्रतिशत उपस्थित रहेगा उन्हें प्रमाण पत्र का वितरण किया जायेगा। इसके पश्चात कार्यक्रम समन्वयक व प्राचार्य डॉ. आर. एन. खरे ने संक्षिप्त में संस्था तथा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में जानकारी प्रदान की। इसके पश्चात प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सफल आयोजन करने की भरभूर प्रशंसा व तारीफ की । इसके पश्चात प्राचार्य द्वारा कोरोना रोकथाम एवं बचाव हेतु बताये गये विडियों को प्रतिभागियों के सामने प्रदर्शित किया गया।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम. के. वर्मा माननीय कुलपति छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई अध्यक्षता अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् नई दिल्ली के चेयरमेन प्रो. अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे तथा गेस्ट आफ आनर कर्नल बी. व्यंक्ट डायरेक्टर एआईसीटीई के उपस्थिति में किया गया। माननीय कुलपति डॉ. एम. के. वर्मा ने सफल कार्यक्रम संचालन की बधाई दी तथा उन्होनें कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के मापदण्ड के अनुरूप कार्य किया जायेगा। इसके पश्चात चेयरमेन अनिल डी. सहस्त्रबुद्धे ने हिली स्टेट में जियोइनवेस्टीगेशन करने की आवश्यकता बताई ताकि भूकम्प व अन्य प्रकृतिक आपदा से बचा जा सके। उन्होनें मशीन लर्निंग आरटीफिशियल इन्टेलिजेन्स, ब्लाकचेन के बारे में बताया। उन्होंने सफल कार्यक्रम की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी, नई शिक्षानीति को नई पीढ़ी तथा सभी के लिए अच्छा बताया।
इसके पश्चात धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक डॉ. केतन चौरसिया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ. सबिन थामस द्वारा किया गया।