सरगुजा स्थित विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज लखनपुर-अंबिकापुर के संवेदनशील प्राचार्य डॉ.आर.एन. खरे ने एक बार पुनः छात्र हित में फैसला लेते हुए पिछले कुछ दिनों से चल रहे प्रबंधन और छात्रों के बीच के कई मुद्दों में से एक बैकलॉग की ऑफलाइन परीक्षाओं के सम्बन्ध में आदेश देते हुए पूर्व प्रस्तावित ऑनलाइन परीक्षा माध्यम से संपन्न कराने की बात कही है. इस फैसले के साथ ही प्राचार्य ने छात्रों को चिंतित न होने की बात कही है।
एक ज्ञापन में छात्र संघ द्वारा एक ज्ञापन में एग्जाम (exam) सुप्रीटेंडेंट को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त करने की बात कही गई है, उक्त ज्ञापन में उल्लेखित है कि "वर्तमान में हमारे सुप्रीटेंडेंट का कार्यभार संभाले डॉ. एस.सी. गजभिये सर द्वारा एग्जाम सेक्शन का कार्यभार सम्पूर्ण रूप से निवर्हन नहीं किया जा रहा। परीक्षा में हो रही देरी एवं छात्रों के रिजल्ट में लगे विथहेल्ड का बहाना बनाके परीक्षा दिनांक को आगे बढ़ाया जा रहा है, एवं परीक्षा को ऑफलाईन करने की शाजिस की जा रही है। जबकि सीएसवीटीयू के निर्देशानुसार सभी रेगुलर एवं बैकलॉग की परीक्षाएँ आनलाईन ले ली जानी थी पंरतु इनके त्रुटि से केवल रेगुलर की परीक्षाएँ संचालित हुई। परंतु बैकलॉग परीक्षा को इन्होनें स्वंय स्वार्थ के कारण रोक दिया। ये आय दिन अपने पद का दुरूपयोग करते हुए छात्रों के भविष्य के साथ खेल रहे है एवं जब छात्र अपनी समस्या लेकर सर से मिलने जाते है तो उनके साथ र्दुव्यवहार कर उनको भगा दिया जाता है।
एक ही साथ 3 छात्रों के समूहों ने प्राचार्य के नाम सौंपा ज्ञापन :
आपको बता दें इंजीनियरिंग कॉलेज के इतिहास में यह पहला मौका होगा ज़ब छात्रों ने खुल कर इस पैमाने में स्वयं से आगे आते हुए आक्रोश व्यक्त किया है. एक ही दिन में दो ज्ञापन परीक्षाओं को ऑनलाइन माध्यम से संपन्न कराने एवं एक ज्ञापन एग्जाम सुप्रीटेंडेंट को पदमुक्त करने हेतू दिया गया था।
इस दौरान छात्रों ने स्पष्ट रूप से यह इशारा कर दिया था की आने वाले वक़्त में उचित समाधान नहीं मिलने पर छात्रों द्वारा कॉलेज घेरावा जैसा बड़ा व उग्र आंदोलन भी किया जा सकता है। जिस सम्बन्ध में छात्र हितैषी प्राचार्य डॉ आरएन खरे द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए ऑनलाइन परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण कराने की बात कही गई है।