Surajpur : धान पंजीयन कोड़ में हुआ सुधार हुआ अब तो रकबा ही कर दिया शुन्य (0)... इस किसान ने कलेक्टर से लगाई मदद की गुहार...

Surajpur : धान पंजीयन कोड़ में हुआ सुधार हुआ अब तो रकबा ही कर दिया शुन्य (0)... इस किसान ने कलेक्टर से लगाई मदद की गुहार...


@भैयाथान//सीएनबी लाईव।। 
वर्षों से पुस्तैनी भूमि पर खेती करते आ रहे किसान की भूमि विभागीय त्रुटि के कारण शासकीय मे दर्ज हो गया था जिसे लेकर किसान काफी चिंतित था लेकिन तहसील कार्यालय भैयाथान द्वारा उस त्रुटि को सुधार कर पुर्ववत की तरह राजस्व अभिलेख मे दर्ज कर दिया जिससे किसान को उसकी पुस्तैनी भूमि वापस तो मिल गई लेकिन खाद्य विभाग सूरजपुर के द्वारा किसान का धान विक्रय पंजीयन नही सुधरा था जिसे लेकर ऋणी किसान की चिंता बढ़ गई थी अब जब राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के प्रयास से ऋणी किसान का धान विक्रय हेतू पंजीयन पुर्ववत हो गया तो रकबा शुन्य है इस कारण किसान उपार्जन केन्द्र शिवप्रसाद नगर मे अपना धान नही बेच पा रहा है ।
गौरतलब है कि विकासखंड भैयाथान के ग्राम पंचायत बड़सरा निवासी किसान मनमोहन गुप्ता की  कुल रकबा 2.11 हेक्टेयर भूमि पटवारी हल्का नंबर 04 के राजस्व ग्राम बसकर मे स्थित है पर तमाम कोशिशों के बाद भी विभागीय त्रुटि के कारण इस वित्तीय वर्ष मे किसान अपना धान खरीदी केन्द्र मे नही बेच पा रहा है किसान ने धान क्रय कराये जाने को लेकर विगत दिनों गुरुवार को कलेक्टर रणबीर शर्मा से गुहार लगाई है सौपे गये आवेदन मे किसान ने कलेक्टर को बताया है कि प्रार्थी ने किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण लेकर धान का फसल लगाया था वही 73 क्युटंल धान विक्रय हेतू किसान धान खरीदी केन्द्र मे देना चाहता है पर अजाक सहकारी समिति शिवप्रसाद नगर ने किसान का धान क्रय करने से ये कहकर मना कर दिया की आपका पंजीयन तो सुधर गया है पर रकबा शुन्य है इस कारण आपके धान की खरीदी नही हो सकती जहा धान विक्रय नही कर पाने से से किसान को आर्थिक क्षति हो रही है वही शासन द्वारा जारी किये गये कर्ज की राशि 55,666.10/- (पचपन हजार छ: सौ छियासठ रु. दस पैसे) को अदायगी करने किसान को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
बहरहाल किसान ने जिले के कलेक्टर सहित सभी विभागीय अधिकारियों को इसकी लिखित जानकारी दे दी है समय रहते किसान के इस समस्या का समाधान हो पता है या नही ये तो वक्त ही बतायेगा। 

पंजीयन पुर्ववत हुआ तो  पेच फसा अब रकबे मे : 
जैसे तैसे किसान का कोड़ नंबर यथावत हुआ तो जाकर पेच रकबे मे फस गया इस कारण किसान अब अपना धान खरीदी केन्द्र मे नही बेच पा रहा है

तो क्या इस वर्ष किसान नही बेच पायेगा अपना धान :
जैसे तैसे किसान के दो समस्याओं का समाधान हुआ तो सुई अब रकबे मे जाकर फस गई एसे मे बड़ा सवाल है की क्या इस वित्तीय वर्ष मे किसान अपना धान खरीदी केन्द्र मे नही बेच पायेगा…?

नही बिकेगा धान तो किसान कैसे कर पायेगा कर्ज अदायगी : 
किसान के तमाम कोशिशों के बाद भी  अगर किसान अपना धान उपार्जन केन्द्र मे विक्रय नही पाया तो समिति से लिया हुआ कर्ज वो कैसे पटा पायेगा तथा इस विभागीय त्रुटि का जिम्मेदार आखिर कौन होगा…?

अगर नही हुई धान खरीदी तो किसान जायेगा  न्यायालय की शरण मे :
किसान मनमोहन गुप्ता ने रिजनल भारत न्यूज से कहा की मै अपनी इस समस्या को लेकर पिछले एक दो महिनें से परेशान हूँ अगर तय समय सीमा मे मेरा धान समिति मे क्रय नही किया गया तो  समिति से लिया हुआ कर्ज मै कैसे चुका पाऊंगा किसान मनमोहन गुप्ता अपनी समस्याओं को लेकर  माननीय उच्च न्यायालय के शरण मे जाकर न्याय की गुहार लगायेंगे ।
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