क्या है नया स्कैम :
PIB FactCheck के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने नागरिकों को इस संबंध में चेतावनी जारी की है। इसमें बताया गया है कि कुछ जालसाज लोगों को (खासकर बुजुर्गों को) फोन करके खुद को ड्रग अथॉरिटी ऑफ इंडिया से बताते हैं। वे कोविड वैक्सीन वितरण के नाम पर वेरिफिकेशन के लिए आधार कार्ड और एक ओटीपी मांगते हैं। आपकी इस जानकारी का इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा सकता है। इसलिए किसी को भी फोन पर इस प्रकार की जानकारी न दें।
अगर आप ओटीपी जैसी जानकारी दे देते हैं, तो जालसाज आपके आधार से लिंक बैंक अकाउंट को खाली कर सकते हैं। सरकार की माने, तो ड्रग अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Drug Authority of India) नाम का कोई विभाग ही नहीं है। यह पूरी तरह फर्जी है। हालांकि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) नाम का संगठन जरूर है जो देश में दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की अनुमति और लाइसेंस के होता है।
इस तरह भी हो रहे फ्रॉड :
सिर्फ फोन के जरिए ही नहीं, लोगों को ईमेल के जरिए भी चूना लगाया जा रहा है। कई जालसाज लोगों को ईमेल भेजकर वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक फॉर्म भरवा रहे हैं, जिसमें उनकी पर्सनल जानकारी मांग ली जाती है। सिर्फ केंद्र सरकार ही नहीं, कई राज्यों की सरकार और स्थानीय पुलिस भी लोगों को इस तरह के फ्रॉड से बचकर रहने की सलाह दे रही है।