सोशल पुलिसिंग से समाज के हर वर्ग को जोड़ेंगे, खाकी आइज अब चार थानों में भी...

सोशल पुलिसिंग से समाज के हर वर्ग को जोड़ेंगे, खाकी आइज अब चार थानों में भी...

Avinash

राजधानी की पुलिसिंग सुधारने और लोगों का विश्वास जीतने के लिए इस बार सोशल पुलिसिंग को बड़ा दिया जाएगा। समाज के अलग-अलग वर्गों को जोड़ने और जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाएगी। आजाद चौक और कबीर नगर थाने में सूने मकानों की निगरानी के लिए एक महीना पहले खाकी आइज (पुलिस की आंख) शुरू किया गया। इसका पुलिस को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। इसमें कुछ खामियां भी सामने आई है। उसे दूर करते हुए पुलिस अब इसे चार थानों में शुरू करने की तैयारी कर रही है। खाकी आइज का मजबूत सिस्टम बनाया जा रहा है। इसमें पुलिस से संपर्क करने वाली की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी, ताकि उनका डेटा लीक न हो सके। साथ ही इस साल महिलाओं की सुरक्षा के लिए शी स्क्वॉड का बनाया जाएगा। यह स्क्वॉड सिर्फ महिलाओं से संबंधित शिकायतों पर कार्रवाई करेगी। समाज में नशा राेकने के लिए संभव है... मुहिम की जाएगी।

ऑनलाइन ठगी की बढ़ती घटनाओं को रोकने साइबर संगवारी बनाया जाएगा। शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने ट्रैफिक मितान बनाया जाएगा। इस साल पुलिस कानूनी कार्रवाई के साथ सोशल पुलिसिंग करेंगी। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पुलिस से जुड़े। हालांकि कुछ अभियान पिछले साल शुरू किए गए थे, लेकिन कोरोना के कारण पुलिस उसे आगे नहीं बढ़ा पाई। नए साल में सभी अभियान को नए सिरे से शुरू करने की तैयारी है। एसएसपी अजय यादव ने बताया कि पुलिस जितना लोगों से जुड़ेगी, उनका लोगों का विश्वास बढ़ेगा। समाज के प्रति पुलिस की जिम्मेदारी है।
इसलिए समाज के हर वर्ग के लिए पुलिस काम करेगी। नशे से लेकर ठगी और महिला सुरक्षा के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए विशेष टीम बनाई जाएगी। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में उनकी टीम जाएगी।

नशेड़ियों के इलाज के लिए मदद
नशे के तस्करों के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है। अब नशा मुक्ति के लिए संभव है...। अभियान शुरू किया जाएगा। इसमें महिला और पुरुष पुलिस की टीम सप्ताह में दो दिन ऐसे इलाकों में जाएगी, जहां पर नशे की शिकायत ज्यादा है। पुलिस के साथ डॉक्टर की टीम रहेगी। लोगों को गुटखा, तंबाकू से लेकर ड्रग्स और शराब के नशे से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाएगा। लोगों की समस्या सुनी जाएगी। अगर किसी परिजन को अपने बच्चों या रिश्तेदार का नशा छुड़ाना होगा तो पुलिस मदद करेगी। डॉक्टर से काउंसिलिंग कराने से लेकर नशा मुक्ति केंद्र भेजने में मदद करेगी।

महिला पुलिस की पूरी टीम शी स्क्वॉड
राजधानी में महिलाओं के लिए अलग से महिला थाना है। जहां महिलाओं की समस्या सुनी जाती है। अब महिलाओं के लिए अलग से स्क्वॉड गठित किया जाएगा। इसे शी स्क्वॉड (She Squad) के नाम से जाना जाएगा। इसमें सिपाही से लेकर प्रभारी अधिकारी महिलाएं होगी। स्क्वॉड की प्रभारी महिला आईपीएस या डीएसपी रैंक के अधिकारियों को बनाया जाएगा। यह टीम पार्क से लेकर सार्वजनिक जगह पर छापा मार कार्रवाई करेंगी। स्कूल-कॉलेज खुलने पर उसके आसपास रोजाना जांच की जाएगी। वहां बैठने वाले युवकों पर कार्रवाई की जाएगी। शी स्क्वॉड का हेल्पलाइन नंबर के साथ वाट्सएप नंबर होगा। इसमें कोई भी महिला-युवती शिकायतें कर सकेंगे।

साइबर संगवारी करेंगे जागरूक
साइबर सेल की टीम शहर से लेकर गांव में ठगी रोकने के लिए साइबर संगवारी अभियान शुरू करेगी। क्योंकि ऑनलाइन ठगी की घटनाएं बढ़ते जा रही है। पढ़े लिखे लोग भी इसका शिकार हो रहे है। लोगों के पास जाकर जागरूक किया जाएगा। हर इलाके में साइबर रथ जाएगा। इसमें साइबर के एक्सपर्ट होंगे, जो लोगों को ऑनलाइन ठगी के पैटर्न बताएगी। कैसे लोगों को झांसे में लिया जाता है। उनके खातों में सेंध लगाते है। लोगों को ठगी से जुड़ा शॉर्ट फिल्म भी दिखाया जाएगा।



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