दिल्ली-आगरा और तेलंगाना में मिलीं छत्तीसगढ़ की बच्चियां, दो साल में 4317 को खोज निकाला गया...

दिल्ली-आगरा और तेलंगाना में मिलीं छत्तीसगढ़ की बच्चियां, दो साल में 4317 को खोज निकाला गया...

Avinash

पुलिस के ऑपरेशन मुस्कान में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। छत्तीसगढ़ से गायब बच्चियां दिल्ली-आगरा, तेलंगाना से लेकर कई राज्यों में मिली हैं। दो सालों में पुलिस ने 5227 बच्चों की गुमशुदगी के मामले दर्ज किए। इनमें से 4317 को खोज निकाला। इसमें 3576 बच्चियां हैं। डीजीपी डीएम अवस्थी इन मामलों की समीक्षा के बाद सभी एसपी को गुमशुदगी की सूचना के तत्काल बाद अभियान चलाकर बच्चों को बरामद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि ऐसे बच्चे भीख मंगाने, मजदूरी कराने या शारीरिक शोषण के शिकार हो सकते हैं, इसलिए मिशन मोड पर काम करने कहा है।

दुकानों-कारखानों के हर बच्चे की निगरानी, दूसरे राज्य के बच्चे मिले
शहर की दुकानों या आउटर के होटल-ढाबों से लेकर कारखानों में काम करने वाले हर बच्चे की पुलिस निगरानी करती है। ऐसे बच्चों की सूचना मिल सके इसलिए पुलिस मुख्यालय की ओर से वाट्सएप नंबर-9479190446 जारी किया गया था। इस पर किसी भी बच्चे के जानकारी दी जा सकती थी, जो किसी और जगह से पहुंचे हैं और काम कर रहे हैं। देशभर में एक साथ अभियान चलने के कारण न सिर्फ छत्तीसगढ़ के बच्चे दूसरे राज्यों में मिलते हैं, बल्कि दूसरे राज्यों के बच्चे भी यहां बरामद किए गए हैं।

सबसे ज्यादा रायपुर के बच्चे बरामद; बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा में भी बड़ी संख्या
छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी के मामले सामने आने की वजह से पुलिस अतिरिक्त सतर्क रहती है। खासतौर पर जशपुर, रायगढ़ या बस्तर के जिलों से बच्चों के गायब होने की शिकायतें आती रहती हैं। चौंकाने वाली बात यह भी है कि इस साल जो बच्चे बरामद हुए हैं, उनमें सबसे ज्यादा रायपुर जिले के 648 हैं। इसी तरह बलौदाबाजार में 197, महासमुंद 97, धमतरी में 117, गरियाबंद में 72, रेल रायपुर में 03, बिलासपुर में 373, गौरेला पेंड्रा मरवाही में 45, रायगढ़ में 285, जांजगीर में 207, कोरबा में 229, मुंगेली में 124, दुर्ग में 378, राजनांदगांव में 193, कबीरधाम में 150, बेमेतरा में 114, बालोद में 111, सरगुजा में 149, जशपुर में 113, कोरिया में 111, बलरामपुर में 116, सूरजपुर 116, बस्तर में 147, दंतेवाड़ा में 27, कांकेर में 100, बीजापुर में 25, नारायणपुर में 24, सुकमा में 16 और कोंडागांव में 30 बच्चों को बरामद किया गया है ।

1. हैदराबाद में मिली बच्ची: बालोद जिले के देवरी थाने के एक मामले में पुलिस ने हैदराबाद के सेवारेड्‌डी नगर से एक बच्ची को बरामद किया। दो साल पहले उसकी गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई गई थी।
2. मिर्जापुर तक पहुंचाया: जशपुर पुलिस ने उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर के एक गुम बच्चे का पता लगाया और उसकी पहचान होने के बाद घर तक छोड़कर आए। 7 माह से गायब बच्चा अभियान के दौरान पुलिस को मिला था।



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