
सदरबाजार के एक सराफा कारोबारी का 8 लाख का सोना लेकर पं. बंगाल का कारीगर फरार हो गया है। कारोबारी ने उसे सोने के बिस्किट कंगन और हार बनाने को दिए थे।
कारीगर ने 20 दिनों में गहने बनाकर देने का वादा किया था। वायदे के मुताबिक कारोबारी जेवर लेने पहुंच तो वहां दुकान बंद थी। आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि वह पिछले पांच दिनों से गायब है। उसके बाद कोतवाली थाने में रिपोर्ट लिखाई गई। आरोपी को पहली बार एक साथ इतने कीमती जेवर बनाने का आर्डर मिला था। उसने मौके का फायदा उठाया और जेवर लेकर फरार हो गया।
पुलिस ने कारोबारी विनय कोचर की शिकायत पर केस दर्ज कर राजकुमार की तलाश शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में संकेत मिले हैं कि वह बेहद शातिर है। जेवर चोरी करने के लिए ही उसने कारीगर बनने का नाटक किया। वह करीब साल भर पहले पं. बंगाल के मिनदापुर से आया। यहां सदरबाजार में उसने किराये की छोटी सी दुकान लेकर गहने बनाना शुरू किया।
उसे ज्यादातर चांदी के जेवर ही मिलते थे। इस बीच सराफा कारोबारी विनय कोचर को गहने तुरंत बनवाकर देने का आर्डर मिला। उनके निजी कारीगर खाली नहीं थे। इस वजह से वे राजकुमार के पास आए। वह पहले भी उनके छोटे-मोटे जेवर बनाकर दिया करता था। वे राजकुमार काे जानते थे इसलिए उन्होंने उसी को जेवर दिए। उन्होंने उसे सोने के बिस्कुट दिए थे। उसी से जेवर बनाना था।
सदर में 5 हजार कारीगर
सराफा एसोसिएशन के अनुसार सदर बाजार में 5 हजार से ज्यादा कारीगर हैं। इनमें कुछ बड़े कारोबारियों की दुकानों में काम करते हैं। उन्हें काम के अनुसार कमीशन दिया जाता है। छोटे कारोबारी सीधे स्टाफ नहीं रख सकते, इस वजह से स्वतंत्र रूप से काम करने वाले कारीगरों से काम करवाते हैं। ऐसे कारीगरों ने सदर के आस-पास छोटी छोटी दुकानें किराये पर ले रखी हैं। राजकुमार भी स्वतंत्र कारीगर के तौर पर काम करता था।
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