एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने गुुरुवार को पुनर्मूल्यांकन व पुनर्गणना शुरू करने की मांग को लेकर अटल यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन किया। जब कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से पुलिस ने रोका तो यूनिवर्सिटी का दरवाजा तोड़ दिया। हंगामा मचाया। कुलसचिव कमरे में आधे घंटे प्रदर्शन और नारेबाजी की। प्रभारी कुलसचिव डॉ. एचएस होता ने कहा कि जिन छात्रों ने संक्रमण के पहले कॉलेज में बैठकर परीक्षा दी है, उन्हीं का पुनर्मूल्यांकन व पुनर्गणना होगी।
वे 17 दिसंबर तक ऑनलाइन फार्म भर सकते हैं। एयू ने संक्रमण के पहले 9 परीक्षाएं छात्रों की परीक्षा केंद्र में ली थीं। संक्रमण के चलते परीक्षा निरस्त हो गई। यूनिवर्सिटी ने 16 सितंबर से 8 अक्टूबर तक ऑनलाइन छात्रों की परीक्षाएं लीं। प्रदेश में सबसे पहले यूनिवर्सिटी ने 152 विषयों का रिजल्ट भी जारी कर दिया था। घर से परीक्षा देने के बाद भी कुछ छात्र एटीकेटी आ गए हैं। किसी छात्र का 2 नंबर से तो किसी का 5 से अधिक नंबर से एटीकेटी आ गया है।
अब ऐसे में इन छात्रों को पास होने के लिए स्पेशल परीक्षा देनी होगी, लेकिन शासन ने 10 दिसंबर से यूनिवर्सिटी व कॉलेजों को खोलने की प्रक्रिया शुरू कर रही है। अब ऐसे में अगर यूनिवर्सिटी व कॉलेज खुल गए तो छात्रों को परीक्षा केंद्र में परीक्षा देनी होगी। इससे परेशान छात्रों ने एनएसयूआई के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई ने मांग की कि पुनर्मूल्यांकन और पुनर्गणना शुरू की जाए। इस मांग को डॉ. होता ने शासन के पास भेज दिया है। ज्ञापन सौंपने में विकास सिंह, लोकेश नायक, रंजेश सिंह, ऐजाज हैदर, विनय ठाकुर आदि मौजूद रहे।