15 से कम स्टूडेंट्स वाली कक्षाओं में पढ़ाई शुरू करने खुलेंगे काॅलेज... यूजीसी गाइडलाइन का पालन अनिवार्य...

15 से कम स्टूडेंट्स वाली कक्षाओं में पढ़ाई शुरू करने खुलेंगे काॅलेज... यूजीसी गाइडलाइन का पालन अनिवार्य...

Avinash

कोरोना काल के लंबे समय के बाद अब कॉलेजों में जल्द ही ऑफलाइन कक्षाएं शुरू होने वाली है। शुरूआती दौर में कॉलेजों में कम छात्रों वाली बैचों की कक्षाएं शुरू होगी। 5 दिसंबर को इसे लेकर शासन स्तर पर आदेश जारी होना है। 15 से कम बच्चों वाली क्लास शुरू करने की तैयारी है। गुरुवार को प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। सभी कुलपतियों को एक दिन के अंदर कॉलेजों के संचालन को लेकर सुझाव बनाकर प्रेषित करने कहा गया है।

कक्षाएं वहीं लगेंगे जिसमें कम छात्र होंगे। वहीं प्रैक्टिकल को लेकर सभी कक्षाएं शुरू होंगी। यूजी और पीजी में ऐसे सब्जेक्ट में जिसमें प्रैक्टिकल होना है उसके लिए भी छात्रों को नियमों के साथ कॉलेज बुलाया जाएगा। गुरुवार को उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से कॉलेज खोलने और न खोलने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। इससे पहले यूजीसी ने भी कॉलेजों में पढ़ाई के लिए के लिए दिशा- निर्देश जारी कर दिए हैं।

किसी भी संस्थान में नहीं होगी 100% उपस्थिति
यूजीसी कॉलेज खोलने को लेकर पहले ही निर्देश जारी कर चुका है। यूजीसी के आदेश के अनुसार सभी रिसर्च कोर्सेज के छात्र और साइंस टेक्नोलॉजी कोर्सेज के पोस्ट ग्रेजुएट विद्यार्थियों को पहले कॉलेज बुलाया जा सकता है, क्योंकि इनकी संख्या अन्य कोर्सेज के छात्रों से कम होती है। किसी भी संस्थान में छात्रों के 50 फीसदी से अधिक की उपस्थिति नहीं होगी।

स्टूडेंट्स को बनाए रखना होगा दूरी, मास्क जरूरी

  • ऐसे विद्यार्थी जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण होंगे, उन्हें कैंपस में रहने, यूनिवर्सिटी या कॉलेज हॉस्टल में रूम शेयर करने की अनुमति नहीं होगी।
  • सोशल डिस्टेंसिंग समेत सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। 6 फीट की दूरी बनाए रखनी होगी। मास्क अनिवार्य होगा।
  • अगर विश्वविद्यालय और कॉलेज कन्टेनमेंट जोन से बाहर हैं तो ही उन्हें खोलने की इजाजत दी जा सकती है। कन्टेनमेंट जोन में रहने वाले विद्यार्थियों और शिक्षकों को कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
  • विद्यार्थी और स्टाफ को भी सलाह दी जाए कि वह कन्टेनमेंट जोन में न जाएं। फैकल्टी, स्टाफ और विद्यार्थियों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

छोटे बैच के साथ शुरू करेंगे कॉलेज की पढ़ाई
ऑफलाइन कक्षाओं को लेकर प्रदेश के सभी कुलपति अपनी-अपनी राय आज शासन को भेजेंगे। इसके बाद शासन अपना फैसला लेगा। यूजीसी ने भी कहा है कॉलेज खोलने के लिए। बाहरी छात्रों की कुछ समस्याएं भी है, जिस पर चर्चा भी की जा रही है। डॉ. अरुणा पल्टा, कुलपति डीयू



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