रवि योग-पुष्यामृत, सर्वार्थ सिद्धि के साथ शनिवार-रविवार को पुष्य नक्षत्र...

रवि योग-पुष्यामृत, सर्वार्थ सिद्धि के साथ शनिवार-रविवार को पुष्य नक्षत्र...

Avinash

दिवाली 14 नवंबर को है। इस मौके पर खरीदारी करने पुष्य नक्षत्र को शुभ माना जाता है। इसके सात दिन पहले पुष्य नक्षत्र का योग है, जो कि खरीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है। इस बार शनिवार और रविवार को पुष्य नक्षत्र का योग बन रहा है। ज्योतिष के अनुसार इस दिन शुभ कार्य, पूजा और घर के इससे पहले शुभ कार्य, पूजा और घर के उपयोगी सामान के साथ नए वाहन और आभूषण की खरीदारी को श्रेष्ठ माना गया है। शनिवार को त्रिपुष्कर योग है। इसके साथ ही रविवार को रवि पुष्यामृत योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवियोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे ने बताया कि इस शुभ संयोग के चलते होने वाली खरीदारी से घर में सुख और समृद्धि बढ़ती है। शनिवार सुबह 8:04 बजे से शुरू होकर पुष्य योग रविवार सुबह 8:44 बजे तक रहेगी। शनिवार पूरे दिन पुष्य नक्षत्र होने से शनि पुष्य योग बनेगा। इन दाेनों योग के दौरान दोनों दिन को खरीदारी के अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है। इस दौरान स्वर्ण आभूषण, चांदी के बर्तन और आभूषण, घर-जमीन की रजिस्ट्री, रसोई के सामान और बर्तन खरीदने से घर में समृद्धि बढ़ती है।

पुष्य नक्षत्र में क्या करें

  • इस दिन स्वर्ण आभूषण खरीदने से समृद्धि बनी रहती है।
  • इस दिन नई जमीन, मकान खरीदना, वाहन खरीदना भी शुभ होता है।
  • इस दिन मोती शंख या दक्षिणावर्ती शंख को अपनी दुकान या प्रतिष्ठान में स्थापित करने से व्यापार में तरक्की होती है।
  • इस दिन विष्णु सहित माता लक्ष्मी की उपासना और श्री यंत्र की खरीदी करके जीवन में समृद्धि लाई जा सकती है।
  • इस दिन छोटे बालकों के उपनयन संस्कार और उसके बाद उसे पहली बार विद्याभ्यास के लिए गुरुकुल में भेजा जाता है।

इस दिन नए व्यापार और व्यवसाय की शुरुआत करना भी श्रेष्ठ माना जाता है।

खरीदारी शुभ मुहूर्त
शनिवार सुबह 8:04 बजे से रविवार सुबह 8:44 बजे तक। यह पुष्य नक्षत्र 24 घंटों का है। इस दौरान खरीदारी करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।



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