@भिलाई (वेब न्यूज़)//सीएनबी लाईव।।
यूजीसी और उच्च शिक्षा विभाग ने 1 नवंबर से ऑनलाइन क्लास लेने का आदेश दिया है। इधर अब तक सिलेबस अपडेट नहीं हुई है। करीब 2.27 लाख स्टूडेंट्स के सामने संशय की स्थित बनी हुई है। शिक्षकों को भी यह पता नहीं है कि उन्हें क्या पढ़ाना है। बावजूद इसके अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। शिक्षा सत्र 2020-21 करीब 5 महीने पीछे चल रहा है। इसे देखते हुए कोर्स में करीब 30 फीसदी कटौती की जाएगी। लेकिन अभी तक न तो स्नातक स्तर के कोर्स तय हो पाए हैं और नही स्नातकोत्तर कक्षाओं के। किस पाठ और किसी यूनिट को हटाया जाय या किसी यूनिट के किन-किन चैप्टर को हटाया जाए तय नहीं हो पाया है। हालांकि इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने विभिन्न विषयों के बोर्ड ऑफ स्टडीज के अध्यक्षों को पत्र भेजकर 26 तक सुझाव मंगाए हैं।
सिलेबस तय नहीं होने के कारण प्रोफेसरों और छात्रों के सामने पढ़ाने और पढ़ने की समस्या खड़ी है। प्रोफेसरों का कहना है कि ऐसा न हो कि जो पढ़ाएं, वह परीक्षा में न पूछा जाए और जो न पढ़ाएं, वह आ जाए। जो पढ़ेंगे वह परीक्षा में नहीं आया तो पढ़ाई का क्या मतलब।
हेमचंद यादव विवि में चार दिन पहले हुई बैठक
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में यूजी कोर्स के लिए अभी उच्च शिक्षा विभाग के आदेश का इंतजार है। पीजी कोर्स के लिए पिछले साल के सिलेबस को विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। अब शासन के आदेश के बाद फिर से कवायद की जा रही है। अकादमी विभाग के सहायक कुलसचिव डॉ. सुमीत अग्रवाल ने बताया कि चार दिन पहले विभिन्न विषयों के विद्या परिषद की बैठक हुई है। विषय विशेषज्ञों को कोर्स का निरीक्षण करने को कहा गया है। इसके बाद कोर्स तय किया जाएगा। इसके चलते फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है।
तकनीकी विवि को निर्देश का इंतजार, कुछ तय नहीं
स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश का सिलसिला चल रहा है। सिलेबस को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया जा सका है। इससे यहां शिक्षा सत्र का कम से कम 6 माह पीछे होना तय है। कुलसचिव डॉ. केके वर्मा का कहना है कि अभी तक तकनीकी शिक्षा संचालनालय से यूजी या पीजी कोर्स को लेकर कोई दिशा निर्देश नहीं आया है। नए आदेश आने तक पुराने सिलेबस के आधार पर ही छात्रों की पढ़ाई होगी। परीक्षा लेने की तैयारी की जाएगी। जो होगा उसे अपडेट किया जाएगा। फिलहाल निर्देश नहीं मिले हैं।
कामधेनु विवि को वेटनरी काउंसिल से निर्देश नहीं मिला
कामधेनु विश्वविद्यालय को अभी तक वेटनरी काउंसिल ऑफ इंडिया के दिशा-निर्देश का इंतजार है। अकादमी विभाग के इंचार्ज डॉ. एस पाल ने कहा कि वीसीआई से ही हमारा पाठ्यक्रम तय होता है। वहां से भी कोई दिशा-निर्देश नहीं आया है। इसकी वजह से सिलेबस में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। आने वाले दिनों में जो भी निर्देश मिलेगा, उसके अनुसार काम किया जाएगा। वैसे भी कुछ दिनों पहले ही नीट के परिणाम आए हैं। अब कॉलेजों में प्रवेश शुरू होगा। बावजूद इसके काउंसिल से अब तक तक कुछ भी तय नहीं किया गया है।
इस बार तीन समस्याएं सामने आ रहीं, समाधान तय नहीं
कोर्स कैसे रिकवर करें: शिक्षा सत्र 2020-12 का 5वां महीने बीतने को है। यूजी में प्रथम वर्ष और पीजी में फर्स्ट सेमेस्टर और थर्ड सेमेस्टर की पढ़ाई प्रभावित हो गई है। ऐसे में कोर्स कैसे पूरा कर सकेंगे।
विकल्प: कोर्स घटाने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है। वैसे भी इसके लिए यूजीसी से गाइड लाइन आ चुका है।
समय परीक्षा भी लेना है: इस बार मार्च या अप्रैल में परीक्षा लेना भी एक चुनौती साबित होगी। क्योंकि अभी तक प्रवेश का सिलसिला चल रहा है। पढ़ाई शुरू नहीं हुई है। सिलेबस भी तय नहीं हुए हैं।
विकल्प: कोर्स 30 प्रतिशत घटना की तैयारी है। परीक्षा की तिथि एक महीने के लिए आगे बढ़ाई जा सकती है।
वर्चुअल क्लास के कोर्स तय नहीं: ऑनलाइन क्लास लेने की बात कही जा रही है, लेकिन पाठ्यक्रम अभी तक तय नहीं है। ऐसे में छात्रों और प्राध्यापकों के सामने क्या पढ़ें और क्या पढ़ाएं जैसी स्थिति है।
विकल्प: जिस तरह यूजीसी ने रिकार्डेड प्रोग्राम तैयार कर रखे हैं, उसी तरह पढ़ाना होगा। इससे एक कोर्स में एकरुपता आएगी।
ऑनलाइन क्लास की स्थिति
- कामधेनु विवि में अप्रैल से ऑनलाइन क्लास लेने का दावा, लेकिन कितनी कक्षाएं लगीं, कितने छात्र शामिल हुए और कितना कोर्स कंप्लीट हुआ कोई डाटा नहीं।
- हेमचंद यादव विवि में सितंबर से ऑनलाइन क्लास चलने का दावा, लेकिन कक्षाओं को लेकर कोई रिकार्ड नहीं। पिछले दिनों लीड कॉलेजों से डाटा मंगाए गया।
- तकनीकी विवि में जुलाई से ऑनलाइन क्लास लेने का दावा। कॉलेजों को दी गई जिम्मेदारी, लेकिन उसका भी कोई पुख्ता रिकार्ड अभी तक नहीं बना। न ही इसकी मॉनीटरिंग हो पाई है।
सीधी बात
धनंजय कुमार देवांगन, उच्च शिक्षा सचिव
सवाल - एक नवंबर से ऑनलाइन क्लास लगाने की बात हो रही है। क्या पाठ्यक्रम घटेगा?
-कोविड-19 के कारण सत्र प्रभावित हुआ है। यूजीसी का निर्देश आ गया है। उसके अनुसार 30 फीसदी कोर्स घटाया जाएगा। 1 नवंबर से ऑनलाइन क्लासेस शुरू होंगे।
सवाल - अभी तक पाठ्यक्रम तैयार नहीं किया जा सका है? फिर पढ़ाई कैसे होगी?
-सभी विषयों के बोर्ड ऑफ स्टडीज का गठन किया जा चुका है। उनकी बैठकें करने के लिए कहा गया है। जल्दी ही नया पाठ्यक्रम तैयार हो जाएगा।
सवाल - पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेस के लिए क्या तैयारियां की जा रही हैं?
-इसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालयों को दी गई है। वह अपने स्तर पर कोर्स के संबंध में निर्णय लेंगे।