विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक साथ 100 अभिभावकों से कि चर्चा...

विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक साथ 100 अभिभावकों से कि चर्चा...

Avinash

विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज में आनलाईन पैरेंट्स मीटिंग संपन्न...


ब्यूरो न्यूज¦ लाॅकडाउन के माध्य भी  विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू) की निगरानी में कुलपति, उपकुलपति, कुलसचिव तथा एसपीए एसपीआईयू/डीटीई रायपुुर श्री दिवाकर मिश्रा जी  के निर्देशन में कार्य करते नजर आ रहा है, काॅलेज प्रशासन नें पिछले कुछ माह से जो गंभीरता छात्रों के शैक्षणिक कार्यों को लेकर दिखाई है वह क़ाबिले तारीफ़ है।
विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज अपने प्राचार्य माननीय डाॅ.आर एन खरे के नेतृत्व में दिन प्रति दिन नवीनतम उपलब्धियाँ प्राप्त करता जा रहा है!!!
इन्हीं उपलब्धियों की कड़ी में कल शाम विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य द्वारा अभिभावक - शिक्षक की आनलाईन मीटिंग संपन्न कराई गई, गौरतलब है कि इस कार्य को करके विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज छात्रों के पढाई को इतनी गंभीरता से लेनें वाला राज्य का पहला काॅलेज प्रशासन बन चुका है। कोरोना महामारी के कारण देश भर में हुए व्यापक लाॅकडाउन के मध्य भी छात्रों की पढाई एवं भविष्य के प्रति गंभीरता दिखाते हुए बीते शाम 08 बजे से विश्वविद्यालय काॅलेज प्रशासन के प्राचार्य द्वारा 100 अभिभावकों से एक साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग द्वारा विभिन्न समस्याओं एवं सुझावों पर चर्चा कि गई।
इस सफल मीटिंग से अभिभावक भी काफी संतुष्ट नजर आए एवं सभी नें अपने बच्चों के भविष्य को लेकर विभिन्न समस्याओं एवं सुझावों पर अपना - अपना पक्ष भी रखा।


आइए जानें क्या था आज के शिक्षक - अभिभावक मीटिंग का विषय :-

आज के शिक्षक अभिभावक मीटिंग के विषय निम्न थे -

1. अंतिम सेमेस्टर के दौरान अपूर्ण रह गए परीक्षाओं के संबंध में चर्चा!
लाॅकडाउन के कारण ज्यादातर परीक्षाएँ रद्द कर दी गई थी, अभी भी विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के अधिकतर सेमेस्टर की परीक्षाएँ होनी बाँकी हैं, ऐसे में अभिभावकों के मन में उन अपूर्ण परीक्षाओं के संबंध में कई तरह के सवाल थे जिनको समझते हुए काॅलेज प्रशासन और अभिभावकों नें इस पर चर्चा की।

2. अंतिम सेमेस्टर के रिज़ल्ट से संबंधित विषय पर चर्चा! 
कोरोना महामारी के कारण जब लाॅकडाउन के कुछ दिन पहले ज्यादातर परीक्षाएँ एवं कक्षाएँ रद्द कर दी गई थी, विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज में उस समय सेमेस्टर की परीक्षाओं को संपन्न कराया जा रहा था कुछ सेमेस्टर की परीक्षाएँ सम्पन्न हो चुके थे, ऐसे में अभिभावकों के मन में उन पूर्ण हो चुके परीक्षाओं के संबंध में कई तरह के सवाल उठ रहे थे जिनके संबंध में काॅलेज के प्राचार्य महोदय नें अभिभावकों नें इस पर चर्चा की।

3. वर्तमान सेमेस्टर में हुई आनलाईन स्वतः मुल्यांकन परीक्षाओं पर चर्चा! 
लाॅकडाउन के पश्चात अधिकतर सेमेस्टरों की कक्षाओं को आनलाईन  संपन्न कराया जा रहा है तथा इन मुल्यांकन परीक्षाओं के संबंध में प्राचार्य महोदय नें अभिभावकों को अवगत कराया और बच्चों से इसकी जानकारी लेने की सलाह दी, गौरतलब में की विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन छत्तीसगढ़ राज्य में प्रथम इंजीनियरिंग कॉलेज है जिसनें आनलाईन कक्षाओं को राज्य में सबसे पहले सुचारु रूप से लागू किया था।

4. वर्तमान सेमेस्टर की आनलाईन कक्षाओं में हो रही पढाई एवं इनकी सार्थकता पर चर्चा! 
विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य महोदय डाॅ आर एन खरे जी द्वारा वर्तमान में चल रही आनलाईन कक्षाओं के संबंध में भी अभिभावकों से चर्चा कि तथा उनसे इस विषय में समस्याएं एवं उन समस्याओं पर सुझाव भी मांगे, अभिभावकों नें छात्रों को होनी वाली विभिन्न समस्याओं को प्राचार्य के समक्ष उठाया तथा प्राचार्य महोदय नें तत्काल इस पर कार्यवाही की बात कही। 

5. वर्तमान में चल रही आनलाईन कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति को सुनिश्चित करना एवं आगामी द्वितीय स्वतः मुल्यांकन परीक्षाओं के पूर्व तक छात्रों की 75 % उपस्थिति सुनिश्चित करना! 
लाॅकडाउन के पश्चात अधिकतर सेमेस्टरों की कक्षाओं को आनलाईन  संपन्न कराया जा रहा है ऐसे में कई छात्रों को विभिन्न समस्याओं जैसे:-  सर्वर इरर की समस्या, इंटरनेट कनेक्शन की समस्या तथा ऐसे ही कई और समस्याओं के होनें से छात्रों की पढाई तथा उपस्थित पर भी चर्चा की गई।

6. छात्रों के वर्तमान सेमेस्टर की परीक्षाओं के पैटर्न पर प्रकाश डालना! 
लाॅकडाउन के बढ़ने की आशंका को मद्देनजऱ रखते हुए विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के मुखिया / प्राचार्य नें इस बात पर भी चर्चा कर अभिभावकों को छात्रों के आनलाईन परीक्षाएँ होनें की संभावना जताते हुए इस विषय को गंभीरता से लेनें एवं पढ़ाई करनें को कहा। 

7. विभिन्न ट्रेनिंग कार्यक्रमों की जानकारी उपलब्ध कराना!
विभिन्न सेमेस्टरों की समर ट्रेनिंग एवं अन्य आनलाईन ट्रेनिंग को करनें तथा वहाँ से प्राप्त होने वाली प्रमाण पत्रों की सार्थकता पर भी प्राचार्य महोदय नें प्रकाश डाला। 

8. आनलाईन कक्षाओं के माध्यम से वर्टूअल लैब द्वारा छात्रों के प्रायोगिक कार्यशाला की उपलब्धता पर चर्चा! 
विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य महोदय नें पूर्व में भी कई बार छात्रों को आगामी तिथियों से क्रियाशील होनें वाली Virtual LAB की जानकारी साझा करते हुए बताया गया था कि शीघ्र ही विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज छत्तीसगढ़ का पहला काॅलेज होगा जहाँ के छात्रों को Virtual LAB की सुविधा प्राप्त होगी। कल की मीटिंग में भी इस बात पर अभिभावकों से चर्चा की गई। 

9. छात्रों के विभिन्न स्टार्टअप परियोजनाओं एवं आगामी भविष्य पर चर्चा! 
विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य महोदय द्वारा काॅलेज में चल रही विभिन्न छात्रहीत तथा बेहतर भविष्य निर्माण के क्षेत्र में हो रही विभिन्न कार्यों पर चर्चा करते हुए करियर डेवलपमेंट सेल की भूमिका पर भी अभिभावकों से चर्चा कि गई।

10. गुगल क्लासेस का व्यापक प्रयोग! 
प्राचार्य महोदय नें निकट भविष्य में होनें वाली शैक्षणिक गतिविधियों के लिए गूगल क्लासेस एवं वेब एक्स विडियो कान्फ्रेंस एप के इस्तेमाल पर भी चर्चा की, साथ ही प्राचार्य महोदय नें जूम क्लाउड एप को सुरक्षात्मक गाईडलाईन के अनुरूप इस्तेमाल करनें की बात पर भी चर्चा की गई। 

11. कोरोना महामारी के संबंध में चर्चा! 
अंत में विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य महोदय द्वारा सभी अभिभावकों को कोरोना महामारी के संबंध में सुरक्षित रहनें, एवं छात्रों को आनलाईन पढा़ई में रूची लेनें हेतु भी प्रेरित किया एवं सभी के आभार  के साथ ही इस मीटिंग को समाप्त किया गया। 

इस शिक्षक - अभिभावक मीटिंग में अभिभावकों ने भी कुछ सुझाव एवं समस्याओं पर विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य महोदय से चर्चा कि,

जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु निम्न हैं :-

1. कुछ छात्रों के पास पर्याप्त शैक्षणिक मैटीरियल उपलब्ध नहीं होनें की जानकारी भी प्राचार्य को बताई गई, इस विषय में उन्होंनें सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही आनलाईन स्टडी मैटीरियल की जानकारी उपलब्ध कराई गई

2. कई अभिभावकों द्वारा छात्रों की कक्षा में रैंकिंग तथा रिजल्ट अभिभावकों तक उपलब्ध कराने की बात कही जिसपर प्राचार्य महोदय नें तत्काल कार्यवाही करते हुए यथा शिघ्र छात्रों की मेरिट सूचि तथा रिजल्ट अभिभावकों को वाट्स एप के माध्यम से उपलब्ध कराने की बात कही। 

3. कुछ अभिभावकों नें लाॅकडाउन के दौरान कराई जा रही ई - लर्निंग के प्रमाणपत्रों की उपयोगिता के बारे में पूछा, जिसपर प्राचार्य नें बताया की यह छात्रों के रिज्यूम को मजबूत करती है, प्राचार्य महोदय नें बताया की लाॅकडाउन में कराई जा रही विभिन्न कोर्स के शुल्क काॅलेज प्रशासन द्वारा वापस किए जाएंगे। 

4. प्राचार्य डाॅ आर एन खरे नें बताया की छात्रों का जो भी खर्च इंटरनेट कनेक्शन को ले कर आ रही है उन सब को भी काॅलेज प्रशासन द्वारा वापस किया जाएगा, इसके लिए केवल छात्रों को अपने रिचार्ज के बिल की एक कापी काॅलेज प्रशासन को देनी होगी। 

5. सभी अभिभावकों से सीधे संपर्क साधने के प्रयोजन से विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन द्वारा सभी अभिभावकों को वाट्स एप ग्रुप में एड करनें का कार्य काॅलेज प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। 

6. विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य द्वारा सभी अभिभावकों को निरंतर काॅलेज की वेबसाइट पर दृष्टि रखनें तथा अवलोकन करते रहनें की सलाह दी गई है, इस वेबसाइट पर काॅलेज प्रशासन द्वारा कि जा रही हर कार्य का अवलोकन किया जा सकता है। इस वेबसाइट के संचालक श्री मोहन राव ममडिकर द्वारा किया जा रहा है, 

वेबसाइट लिंक :- www.veclakhanpur.in
संचालक :- श्री मोहन राव ममडिकर (CSE) 
7. अभिभावकों को यह जानकारी भी उपलब्ध कराई गई कि विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज का जो प्रशासनिक भवन है वह भी जल्द ही पूर्ण होनें वाली है तथा इस भवन में आगामी सत्र में प्रवेश लेनें वाले छात्रों की कक्षाएँ आरम्भ कराई जाएंगी।

8. साथ ही टाटा स्टील द्वारा विभिन्न ई-लर्निंग प्रोग्राम जो कि केवल 1 रू. में कराई जा रही हैं उन्हें भी करनें को छात्रों को अभिभावक प्रेरित करें, इन कोर्स में रजिस्टर करनें की अंतिम तिथि 30 अप्रैल तक ही हैं ।

इंजीनियरिंग कॉलेज में वर्तमान में 6 अलग अलग विभाग बनाए गए हैं, जिनका लक्षय छात्रों का सर्वागीण विकास करना है, इन में से डॉ.केतन चौरसिया, डॉ.रॉबिन थॉमस, पीयूष राय, श्रीमती जैस्मिन मिंज, श्री निर्विकार गौतम, श्री कमलेश रात्रे और श्री महीधर दुबे सम्मिलित हैं ।

इन सब के बाद छात्रों, अभिभावकों एवं कॉलेज प्रशासन के मध्य एक मजबूत विश्वास ने स्थान बना लिया है, प्राचार्य महोदय नें अन्य अभिभावकों से भी शिघ्र अति शिघ्र मीटिंग करनें तथा छात्रहीत के कार्यों को करनें की बात कही। निश्चित ही विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन के द्वारा कि गई इस पहल के कई सकारात्मक परिणाम हमें निकट भविष्य में देखनें को मिलेंगे।।।

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थोड़ी सी सावधानी कर लो ,ना करो दइया दइया
वरना फिर करते रह जाओगे हाये मइया मइया
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