HomePoetryएक सायरी एक सबक एक सायरी एक सबक Managing Director CNB LIVE NEWS February 18, 2020 ओ अपनी बहेन को बेदाग चाहता है। ओ... अपनी बहेन को बेदाग चाहता है। पर ओ खुद कितने भाईयों की बहनों को दाग दिए बैठा है। जरा सा तिनका क्या पड़ा उसकी बहेन की आंखों में , कमबख्त पूरी आंख निकालने कि बात करता है। www.newsadd.xyz Tags Poetry Facebook Twitter Whatsapp Share to other apps एक सायरी एक सबक Poetry Newer Older